चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा है कि अमृतसर, तरनतारन व बटाला में जहरीली शराब कांड मामले में कांग्रेस विधायकों तथा अन्य नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं लेकिन कांग्रेस अपने दोषी नेताओं को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है । शर्मा ने आज यहां कहा कि पंजाब में लॉकडाउन के दौरान अवैध शराब की बिक्री पर चले सियासी घमासान के बीच इतने मासूम लोगों की मौत कांग्रेस सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है ।
प्रदेश की जनता कांग्रेस के कुकृत्य व निर्दयी शासन को पिछले तीन साल से लगातार देखती आ रही है और इसका जवाब देने का मन बना चुकी है। उन्होंने इस हादसे पर दु:ख जताते हुये मृतकों के शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये घटना की न्यायिक जांच की मांग की है ।उन्होंने कहा कि इस घटना के दौरान गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल करवाए गए लोगों का सारा खर्च सरकार उठाये जाए। मरने वाले लोग ज्यादातर मजदूर तबके के हैं ।
गरीब तबके के लोगों के परिवारों को तुरंत सरकारी आर्थिक मदद दी जाए ताकि उनके परिवारों को दो वक्त की रोटी के लिए दर-दर की ठोकरें न खानी पड़ें । भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमंिरदर सिंह ने सत्ता में आने से पहले राज्य से नशा खत्म करने का संकल्प लिया था लेकिन अब तक नशा तो खत्म नहीं हो सका ।
नशा बेचने में कांग्रेसी विधायकों व नेताओं के संलिप्त होने की बात सामने आ रही है । उनके अनुसार अमृतसर, तरनतारन व बटाला में जहरीली शराब पीने से पिछले दो दिन में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन कांग्रेस सरकार और कैप्टन अमंिरदर सिंह ने सिर्फ इस मामले में थाना इंचार्ज को बर्खास्त कर अपना फर्ज पूरा करने का ड्रामा किया है ।