नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव बताया है कि पतंजलि आयुर्वेद ने कोरोना के इलाज की सौ फीसदी कारगर दवा बना ली है। उन्होंने दावा किया कि उनकी दवाओं के उपयोग, योगासन, शाकाहारी भोजन और शुद्ध अहिंसक जीवन अपना कर कोरोना संक्रमण का सौ फीसदी पक्का इलाज किया जा सकता है। इन दवाओं के निर्माण में तुलसी, अश्वगंधा जैसी सौ जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया गया है। बाबा कहा अगर मनुष्य अहिंसक तरीके से जीवन जिए, शुद्ध-सात्विक भोजन करे, अपना आचार-विचार और व्यवहार ठीक रखे तो उसे कोरोना जैसी महामारी का कभी सामना ही नहीं करना पड़ेगा।
जिनके माध्यम से कोई भी व्यक्ति स्वयं को रोग मुक्त करके रख सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को आजीवन निरोगी रहने के लिए तीन से पांच मिनट प्राणायाम, 10 मिनट कपालभाती, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और ॐ का उच्चारण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति अगर सूर्य नमस्कार आसन भी दस से पंद्रह मिनट कर ले, तो उसे पूरे दिन में स्वस्थ रहने की ऊर्जा मिल जाती है। ऐसे लोग किसी बीमारी के जाल में नहीं फंसते।
उन्होंने कहा कि अगर भारत को आने वाले समय में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल करना है, तो उसके लिए स्वदेशी को ही मूलमंत्र बनाना पड़ेगा। इसके लिए एक-एक कर क्षेत्र चुने जा सकते हैं और उन पर क्रम से कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इसके बारे में उनकी गृहमंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री कार्यालय और कई अन्य महत्वपूर्ण लोगों से बातचीत हुई है और आने वाले समय में वे स्वदेशी आंदोलन को एक नया रूप प्रदान करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लॉकडाउन लगाने के फैसले को वे किस प्रकार देखते हैं इस सवाल पर योग गुरु ने कहा कि आलोचना करना बेहद आसान काम है। लेकिन अमेरिका, रूस, ग्रेट ब्रिटेन और चीन जैसे ताकतवर देशों में कोरोना के कारण लाखों लोगों की मौत हुई है। उस सबको देखकर यह अहसास होता है कि प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन का फैसला बिलकुल सही समय पर लिया। अगर पीएम ने यह फैसला नहीं लिया होता तो शायद आज भारत में कोरोना के कारण 50 लाख लोग बीमार पड़ चुके होते।