महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है और यहां संक्रमितों की संख्या 50000 से ज्यादा हो चुकी है। आदित्य ठाकरे ने कहा, 'महाराष्ट्र आंकड़ों को छिपा नहीं रहा है, वह आंकड़ों से नहीं डरता है। मैंने अधिकारियों से मामलों का पता लगाने को कहा है, चाहे वो चॉल में हों या ऊंची इमारतों में। हम आंकड़ों से न ही इनकार कर सकते हैं और न डरते हैं। हम केवल नागरिकों की रक्षा कर सकते हैं यदि हम मामलों की पहचान कर लेते हैं।
हमारे जैसे देश में आप जितना भी करते हैं वो काफी नहीं होता। सभी जितना कर सकते हैं कर रहे हैं। यह कब तक जारी रहेगा? कौन जानता है। हमने धीरे-धीरे राज्य में लॉकडाउन किया। जब हम इसे हटाने की बात करते हैं तो इसे एक झटके में हटा देना सही नहीं होगा। हमें ऐसे मामलों के लिए जिनमें लक्षण नहीं नजर आ रहे, एक मेडिकल बफर बनाना होगा क्योंकि कोरोना जल्द दूर नहीं होगा। आदित्य ठाकरे ने कहा, 'केरल में एक बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली है।
हम बिना फ्रंटियर के डॉक्टरों से बात कर रहे हैं, जिसमें न्यूजीलैंड के डॉक्टर भी शामिल हैं जिन्होंने कोरोनावायरस को नियंत्रित करने में मदद की है। उन्होंने कहा, 'हमने स्पीड ब्रेकर लगाया है। समय के साथ, उपचार के तौर-तरीके विकसित हुए हैं। ईमानदार से कहूं तो जब हम प्रत्येक मामले की पहचान करेंगे, तभी इसके चक्र को तोड़ पाएंगे। मेरा निर्वाचन क्षेत्र मुंबई में सबसे अधिक मामले थे। हमने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है और चलो मामलों की पहचान करते हैं। अब मेरे वार्ड में मामलों के दोगुना होने की दर 21 दिन है। इसलिए हमें हर मामले का पता लगाना होगा।'