नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री वी.के. सिंह ने आज कहा कि देश के पास आत्मनिर्भर बनने के लिए सभी आवश्यक तत्त्व मौजूद हैं और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिये कि देश दुनिया में अग्रणी बने। सिंह ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्रों के संगठन (एएजे) द्वारा आयोजित एक वेबीनार में कहा कि जब देश आजाद हुआ था उस समय ‘आत्मनिर्भरता’ मूलमंत्र था, लेकिन बीच में कहीं नवाचार हमारे लिए पराया हो गया। अब एक बार फिर आत्मनिर्भर बनने का समय आ गया है। विदेशी संसाधनों पर निर्भर रहकर कोई भी देश ताकतवर या महत्वपूर्ण नहीं बन सका है।
स्वयं जेएनयू के छात्र रह चुके पूर्व सेनाध्यक्ष ने कहा कि आविष्कार और नवाचार की क्षमता के साथ ही हम परिश्रमी भी हैं। आत्मनिर्भर बनने के लिए इन्हीं तत्त्वों की जरूरत होती है। देश को दुनिया में अग्रणी बनाने का सही समय आ गया है। जेएनयू के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में संस्थान नवाचार से इतर दूसरे कारणों से चर्चा में रहा है। उन्होंने संस्थान के पूर्व छात्रों से आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहयोग का आह्वन करते हुये कहा कि उनमें इसकी क्षमता है।
जेएनयू के कुलपति एम. जगदीश कुमार ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की कुँजी शैक्षणिक संस्थानों में है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्र समाज की समस्याओं का समाधान ढूँढ़ने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि बुनियादी विज्ञान के अनुसंधान में जेएनयू अग्रणी रहा है, लेकिन उसे अलायड साइंस में उतारने की जरूरत है। इसीलिए संस्थान में अभियांत्रिकी और प्रबंधन के पाठ्यक्रम भी शुरू किये गये हैं। उन्होंने कहा कि उनकी योजना संस्थान की मौजूदा अनुसंधान सुविधाओं को बढ़ावा देना है।