लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि राज्य में सबसे आकर्षक निवेश संबंधी नीतियां होने के बाद जरूरत पड़ने पर इसमें फेरबदल किया जा सकता है। योगी ने 28 मई को इन्वेस्ट इण्डिया एक्सक्लूसिव इन्वेस्टमेन्ट फोरम द्वारा आयोजित किए जा रहे वेबिनार के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियों से रूबरू होने के बाद कहा कि निवेश आकर्षित करने के लिए राज्य में सबसे आकर्षक निवेश सम्बन्धी नीतियां मौजूद हैं। हालांकि निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य से आवश्यकता पड़ने पर इनमें बदलाव किया जायेगा। इच्छुक निवेशकों को आसानी से भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी।
साथ ही, उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश के फायदों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी। उन्होने कहा कि उन्हें यहां मौजूद अवस्थापना सुविधाओं, एक्सप्रेस-वे नेटवर्क, विशाल बाजार, कुशल मानव शक्ति की उपलब्धता इत्यादि के विषय में विस्तार से सूचित किया जायेगा। प्रदेश में मौजूद अच्छी हवाई कनेक्टिविटी के विषय में भी निवेशकों को अवगत कराया जायेगा। वर्तमान सरकार द्वारा निवेश के लिए बनाए गए सकारात्मक माहौल के सम्बन्ध में भी जानकारी दी जायेगी। प्रदेश की कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त की गई है, जो निवेश और औद्योगिक विकास के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए कटिबद्ध है और निवेशकों की हर सम्भव सहायता के लिए तैयार है। किसी भी निवेशक द्वारा राज्य में निवेश उसके लिए भविष्य में अत्यन्त लाभकारी साबित होगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश में निवेश करने से उद्योगों के लिए एक बहुत बड़ी मार्केट उपलब्ध हो जाती है। वेबिनार की तैयारियों के सम्बन्ध में प्रमुख सचिव सूचना प्रौद्योगिकी तथा इलेक्ट्रॉनिक्स आलोक कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एण्ड मैन्युफैक्चंिरग (ईएसडीएम) के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण तैयार कर इन्वेस्ट इण्डिया को भेजा जा चुका है।
योगी ने वेबिनार के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियों में उत्तर प्रदेश के सकारात्मक पहलुओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल एवं संजय प्रसाद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।