मुम्बई। कोरोना महामारी से निपटने में केंद्र और राज्य सरकार दोनों को असफल होने का आरोप लगाते हुए बाबासाहेब अंबेडकर के पोते प्रकाश अम्बेडकर ने बुधवार को कहा कि देश में कोरोना को रोकने के बजाय मोदी सरकार ने विदेशों से अमीरों के साथ- साथ कोरोना को लाने का अपराध किया है। सरकार की गलती से हजारों लोगों की जाने गई है । ऐसे में मोदी पर धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज होने चाहिए। पुणे में पत्रकारों के साथ बातचीत में वे बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गरीबों के लिए नहीं बल्कि अमीरों के लिए है।
कोरोना के प्रसार को देखते हुए दुनिया में लॉक डाउन की प्रक्रिया जनवरी में शुरू हुई। लेकिन भारत में मार्च के तीसरे सप्ताह में लॉक डाउन लागू किया गया। भारत में कोरोना फैलने के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है। और कोरोना से मारे गए लोगों के परिवार को मोदी के खिलाफ 302 का मामला दर्ज करना चाहिए। वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि यदि मजदूरों को लॉक डाउन से पहले घर भेज दिया गया होता तो आज उनके लिए यह भुखमरी का समय नहीं होता भुखमरी से कई मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई है । प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि वंचित बहुजन अघाड़ी उनके परिवार के दुख में शामिल हैं।
एक पत्र दिखाते हुए प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि हमें बताया गया था कि यह पत्र संबंधित विभाग को चला गया था, लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है। केंद्र सरकार ने हाल ही में एक पैकेज की घोषणा की है, यह पैकेज गलत है, धोखाधड़ी है। मोदी ने इस देश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। मंदिरों का पैसा और सोना गरीबों की आजीविका पर खर्च किया जाना चाहिए। मंदिरों में पैसा सरकार का पैसा है और देश में बड़े मंदिर सरकार का कब्जे में है, सरकार को साहस दिखाना चाहिए और जनता के हित के लिए सभी पैसे का उपयोग करना चाहिए