नई दिल्ली। केरल को दो जिलों में कई बिल्लियों की मौत के बाद दहशत का माहौल है। एक रिपोर्ट के अनुसार वायनाड के मेंथावाडी और मेप्पाडी में क्षेत्र में इन मौतों के बाद लोग डरे हुए हैं.. लोगों द्वारा अधिकारियों से संपर्क किये जाने के बाद पशुपालन विभाग ने शवों के नमूनों का परीक्षण किया और पाया कि बिल्ली की मौतें फेलिन पारवोवायरस के कारण हुईं, जो मनुष्यों में नहीं फैलता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार वायनाड के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी रामचंद्रन ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा यह वायरस बिल्लियों पर असर करता है और इसके वैक्सीन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा "वायनाड जिले के मेंथावाडी और मेप्पाडी क्षेत्र में बिल्लियों की मौत की खबरें आयी हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत पैदा हो गई।
उन्होंने कहा - 'पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने महामारी विज्ञान संबंधी जांच के लिए इन जगहों का दौरा किया है। नमूनों को एकत्र किया गया और राज्य पशु रोग संस्थान भेजा गय है। उन्होंने पुष्टि की कि मौतें फेलिन परोवो वायरस के कारण हुई हैं। चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यह वायरस मनुष्यों में नहीं फैलता है।
मेप्पाडी में एक बिल्ली के मालिक ने कहा कि दो-तीन दिनों के भीतर इस क्षेत्र में 13 से अधिक बिल्लियों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा "हम कोरोना वायरस प्रकोप के बीच इन अचानक बिल्लियों की मौत से डर रहे हैं। हमने स्वास्थ्य विभाग और पशुपालन विभाग को सूचित किया है. अधिकारियों ने यहां आकर नमूने एकत्र किए हैं।