बीजिंग। चीन ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के हांगकांग की स्वायत्तता संबंधित हालिया बयानों की आलोचना की है। पोम्पिओ ने कहा था कि अमेरिका इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं था कि क्या हांगकांग ने अभी भी चीन से अपनी स्वायत्तता बनाए रखी है। शीर्ष राजनयिक ने सुझाव दिया कि अमेरिका विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के प्रति अपनी नीति को बदल सकता है क्योंकि अमेरिका से प्राप्त विशेष दर्जा स्वायत्तता के एक महत्वपूर्ण स्तर पर सशर्त था।
एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है ,‘‘हांगकांग में चीनी विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और अन्य अधिकारियों द्वारा लगाए गए आरोपों की कड़ी निंदा की। प्रवक्ता ने उस बयान का विरोध किया जिसमें कहा गया था कि चीन सरकार और विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की सरकार हांगकांग पर अनुचित दबाव में लगी हुई है।’’ प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार केंद्र सरकार और हांगकांग के अधिकारी संयुक्त रूप से कोविड-19 महामारी से लड़ रहे हैं, जबकि अमेरिकी अधिकारी बार-बार चीन विरोधी टिप्पणी करते रहते हैं।
चीन ने पोम्पिओ पर हांगकांग के मानवाधिकार और लोकतंत्र अधिनियम का हवाला देते हुए चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया। हांगकांग जून से हिंसक विरोध प्रदर्शनों की चपेट में है। प्रस्तावित प्रत्यर्पण बिल का विरोध करने के लिए कई प्रदर्शनकारी शुरू में सड़कों पर उतर आये लेकिन अक्टूबर में इसे वापस लेने के बाद भी दंगे जारी रहे और हिंसक हो गए। चीन ने कहा कि हांगकांग की स्थिति चीन के घरेलू मामलों में विदेशी हस्तक्षेप का परिणाम थी और स्थानीय अधिकारियों ने हिंसा को रोकने और आदेश को बहाल करने के लिए पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।