बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने एक किसान संगठन का प्रतिनिधित्व कर रही एक महिला के साथ अभद्रता से पेश आने पर अपने वरिष्ठ मंत्रिमंडलीय सहयोगी जे सी मधुस्वामी की यह कहते हुए खुलेआम निंदा की कि उनका आचरण एक मंत्री को शोभा नहीं देता है। येदियुरप्पा ने कहा, "उन्होंने (मधुस्वामी ने) जो कुछ कहा है, वह सही नहीं है, मैं उन्हें चेतावनी दूंगा।
उन्होंने कहा, "कोई भी इस तहत गैर-शालीन तरीके से एक महिला से इस तरह बात करने को माफ नहीं कर सकता है। उनका आचरण एक मंत्री को शोभा नहीं देता है।
मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मैं मामले से वाकिफ हूं. मैं महिला से बात करूंगा। मैं यह देखूंगा कि ऐसी घटना फिर न हो। उधर, मधुस्वामी ने माफी मांग ली है और कहा कि उन्हें लगा कि उन्हें धमकाया जा रहा है। यह महिला कर्नाटक रैयत संघ और हसीरू सेने की प्रतिनिधि है और घटना बुधवार को एक निरीक्षण के दौरान घटी।
स्थानीय खबरिया चैनलों पर प्रसारित इस घटना के वीडियो फुटेज में लघु सिंचाई तथा कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री मधुस्वामी महिला को अपनी शिकायत रखने न कि फरमान देने की बात कहते हुए सुने जाते हैं। वह कथित रूप से यह कहते हुए नजर आते हैं कि वह बहुत बुरे व्यक्ति है।
मंत्री पुलिस से उस महिला को वहां से दूर ले जाने को कहते हैं क्योंकि वह एक झील के अतिक्रमण को लेकर उनसे सवाल करती है। मधुस्वामी के आचरण को लेकर आलोचना करते हुए विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने कहा कि येदियुरप्पा को मंत्री से महिला से माफी मंगवानी चाहिए और उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल देना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में रहते हुए व्यक्ति को धैर्य से लोगों की शिकायत सुननी चाहिए। उन्होंने कहा, "उन्हें (मधुस्वामी को) मंत्रिमंडल से हटाने की सिद्धरमैया की मांग का मैं समर्थन करता हूं।