अभी इस समय दुनिया के ज्यादातर देश कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं। इस दौरान कोरोना वायरस से कई मौतें हो चुकी हैं। हज़ारों लोग अभी भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। भारत में कोरोना वायरस को रोकने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन का घोषित किया है। इस दौरान भारत के नागरिक अपने घरों में कैद होने के लिए मजबूर हैं। उन्हें घरों से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है। कोरोना वायरस को रोकने हेतु भारत सरकार द्वारा पूरे भारत को सैनिटाइज किया जा रहा है, जिससे कोरोना के फैलने के खतरे को कम किया जा सके।
21 दिन का लॉकडाउन होने से भारत की अर्थव्यवस्था सुस्त पड़ गई है। इन सबके अलावा आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपने नागरिकों पर कोरोना वायरस बोलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यदि कोई इस देश में कोरोना वायरस शब्द को बोलता है, तो उसको जेल भेजा जाएगा। जी हाँ, आपको बता दें यहाँ जिस देश की बात हो रही है, उस देश का नाम तुर्कमेनिस्तान है। यहाँ कोरोना वायरस शब्द के इस्तेमाल पर ही प्रतिबंध लगा दिया है। इस शब्द का बातचीत या किसी अन्य तरीके से इस्तेमाल करने वाले को गिरफ्तार कर जेल भेजने की घोषणा कर दी गई है। तुर्कमेनिस्तान सरकार ने कोरोना को लेकर जागरूक करने वाले पोस्टरों से भी कोरोना वायरस शब्द को हटा दिया है।