नई दिल्ली। फसल सुरक्षा उत्पाद निर्माता कंपनी यूपीएल लिमिटेड ने कोरोना वायरस से निपटने में मदद के उद्देश्य से पीएम केयर्स फंड में 75 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। कंपनी ने शुक्रवार को यहां जारी बयान में कहा कि यह हेल्थकेयर और सैनीटेशन के मोर्चे पर डटे भारतीय नायकों की सुरक्षा के लिए लगातार बड़ी संख्या में निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) प्रदान कर रहा है ताकि नोवेल कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में कोई कमी नहीं रहे।
कंपनी ने गुजरात के वापी स्थित अपने दो शिक्षा संस्थानों - ज्ञान धाम स्कूल और सैंड्रा श्रॉफ रॉफेल कॉलेज ऑॅफ नर्सिंग के परिसर को क्वारंटीन सेंटर बनाने की जरूरी व्यवस्था की है ताकि आवश्यकतानुसार इनका उपयोग किया जा सके। यूपीएल सीईओ जय श्रॉफ ने कहा कि ये पूरी मानव जाति के लिए मुसीबत का समय है और हम राष्ट्र की सेवा और इस महत्वपूर्ण लड़ाई में अपने संसाधनों और विशेषज्ञताओं के साथ सहायता देने के लिए कृतसंकल्प हैं।
एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट संगठन के रूप में हम भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों की हर मुमकिन मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यूपीएल इसके अतिरिक्त कोरोना वायरस को रोकने के लिए 200 आधुनिक यांत्रिक छिड़काव मशीनों (फाल्कन) और 225 सदस्यों का स्टाफ काम में संलग्न कर केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों के लिए पूरक की भूमिका निभा रही है। कंपनी की टीमें अस्पतालों, सड़कों, पुलिस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों, नगर निगमों आदि विभिन्न सार्वजनिक और निजी स्थानों में संक्रमण नाशक का छिड़काव कर स्थानीय प्रशासन की सहायता में लगी है।
कंपनी अब तक गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में 11.5 लाख लीटर कीटाणुनाशक घोल का छिड़काव कर चुकी है और सरकार के बताए अन्य राज्यों में भी छिड़काव करने के लिए तैयार है। यूपीएल ने डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों के अनुसार हैंड सैनिटाइजर तैयार करने के लक्ष्य से अपनी परिचालन क्षमताओं का भी विकास किया है ताकि पुलिस और नगर निगमों में इनका वितरण हो सके। कोरोना वायरस रोकने का मोर्चा संभाले कार्यकर्ताओं को ये हैंड सैनिटाइजर दिए जा रहे हैं।