नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर आज आरोप लगाया कि कोरोना महामारी के वैश्विक संकट से देश की जनता की लड़ाई के समय वह निकृष्ट राजनीति करके जनता को गुमराह कर रही है। शाह ने यहां कई ट्वीट करके कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ पर जीत की लड़ाई में देश के समग्र एवं एकजुट प्रयासों की पूरी दुनिया में सराहना हो रही है।
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राष्ट्र से लेकर विश्व की तमाम महाशक्तियां कोरोना वायरस को हराने और इसे खत्म करने के लिए भारत और मोदी की ओर आशा भरी नजरों से देख रही हैं। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ भारतवासी कोरोना वायरस को हराने के लिए कटिबद्ध हैं लेकिन इस विषम परिस्थितियों में भी कांग्रेस निकृष्ट राजनीति करने से बाज नहीं आ रही।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यह कांग्रेस की पुरानी आदत रही है कि जब भी राष्ट्रहित की बात आई है या देश की एकजुटता की बात आई है तो उसने हमेशा से एक अलग राह पकड़ी है और अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए उसने सदैव ही जनता को गुमराह कर देश और समाज को बांटने की राजनीति करने का प्रयास किया है। इसकी जितनी भी निंदा की जाय, कम है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर कांग्रेस कब अपनी स्वार्थपूर्ण राजनीति के ऊपर राष्ट्रहित को तरजीह देगी।
शाह ने कहा कि श्री मोदी ने कोरोना वायरस को हराने के लिए हरसंभव कदम उठाये हैं और उनकी इस मुहिम में देश भर के डॉक्टर्स, नर्स, पारामेडिकल स्टाफ और प्रशासन के साथ-साथ जन-प्रतिनिधि और 130 करोड़ जनता एक साथ है। मुश्किल की इस घड़ी में हमें एकजुट होकर इस कोरोना वायरस का मुकाबला करना चाहिए, राजनीति नहीं।
उन्होंने कहा कि आज पुन: देशवासी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होकर विश्व को एक नई राह दिखा रहे हैं लेकिन कांग्रेस देशवासियों की लड़ाई को कमजोर करने में लगी हुई है। ऐसी राजनीति से कांग्रेस का भला नहीं होने वाला।
पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार देश के प्रत्येक नागरिक के जीवन, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए पूर्णत: कटिबद्ध है। रोजÞमर्रा की जरूरत की सभी चीजों को लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार और अधिकारी दिन-रात काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर इसके लिए पर्याप्त प्रयास कर रही है। किसी को भी घबराने की जÞरूरत नहीं है, इस लड़ाई में पूरा देश एक साथ है। समय-समय पर भारतवासियों ने विषम से विषम परिस्थिति से लड़ने में विश्व के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है।