नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) मुद्दे पर हो रहे प्रदर्शनों के बीच देश की राजधानी दिल्ली में हिंसा भड़क गई है। सोमवार को राजधानी के भजनपुरा, गोकुलपुरी, चांदबाग, मौजपुर, जाफराबाद आदि इलाकों में सीएए के विरोधी और समर्थन, दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। इस दौरान हुई हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत हो गई।
माना जा रहा है कि बीजेपी नेता कपिल मिश्रा की ओर से सीएए मसले पर दिए गए भड़काऊ बयान के कारण हिंसा भड़की। इस मामले में मिश्रा के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं। दिल्ली के पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दी है। गंभीर ने तीखे लहजे में कहा, कोई भी व्यक्ति हो, चाहे वह कपिल मिश्रा हो या कोई और, भले ही वह किसी भी पार्टी से संबंध रखता हो यदि उसने भड़काऊ भाषण दिया है है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
गौतम गंभीर के इस बयान के बाद ट्वीटर पर उनको ट्रोल किया जाने लगा है। जहां एक ओर गौतम गंभीर ने कपिल मिश्रा पर कार्रवाई की बात की है, वहीं अब उनके ऊपर भी कार्रवाई की मांग की जाने लगी है। एक ट्विटर यूजर ने कहा कि वे भाजपा से अनुरोध करते हैं कि गौतम गंभीर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। एक युजर ने तो यहां तक कह दिया कि गौतम गंभीर का बॉयकॉट किया जाना चाहिए। वे अवसरवादी और पाखंडी हैं। गौतम गंभीर को ट्वीटर पर अनफॉलो करने और उनके बयान को शर्मनाक करार दिया गया है। उधर दीपक जोशी ने तो यहां तक कह दिया कि गौतम गंभीर को पता है कि साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और कपिल मिश्रा ईस्ट दिल्ली से भाजपा के प्रत्याशी हो सकते हैं, इसलिए यह बयान दिया गया है।
एक युजर ने लिखा है कि शर्म करो गौतम गंभीर, वारिस पठान के खिलाफ बोलने के बजाय आप कपिल मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कह रहे हैं। सुजाता ने लिखा, यह सिक्सर है, जिस पर तालियां नहीं भाजपा की गालियां मिलेंगी। लेकिन तालियों और गालियों की परवाह किए बिना समझदारी की बात करते रहिए। अल्पना रॉय ने लिखा है कि धोनी हमेशा ठीक थे, उन्होंने दीमक गौतम गंभीर को टीम से निकाल दिया, जो खुद के लोगों के साथ कभी खड़े होने की हिम्मत नहीं कर सकते। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि लगता है गौतम गंभीर को कपिल मिश्रा में शाहिद अफरीदी नजर आ गए हैं। हालांकि कुछ ट्वीट्स गौतम गंभीर के भी पक्ष में हुए हैं और कई लोग उनकी साफगोई के लिए उनकी तारीफ भी कर रहे हैं।