अंकारा। लीबिया की राजधानी त्रिपोली में संघर्ष के दौरान तुर्की सेना के 16 जवान मारे गये हैं जबकि तुर्की समर्थित बलों ने 100 सीरियाई विद्रोही लड़ाकों को ढेर कर दिया है। स्काई न्यूज टीवी चैनल ने लीबियाई राष्ट्रीय सेना (एलएनए) के हवाले से रविवार को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार त्रिपोली में झड़पों के दौरान तुर्की सेना के 16 जवानों की मौत हो गयी जबकि 100 से अधिक सीरिया विद्रोही लड़ाके मारे गये। इस सप्ताह की शुरूआत में एलएनए के कमांडर खलिफा हफ्तार ने कहा कि उनके विरोधी अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार(जीएनए) ने मौजूदा युद्धविराम का इस्तेमाल सीरिया के विद्रोही लड़ाकों को लीबिया में तैनात करने के लिए किया। इसबीच इस साल की शुरूआत में जीएनए और तुर्की के बीच हुए समझौते के मुताबिक तुर्की सेना लीबिया पहुंची। वर्ष 2011 में लीबिया के नेता मुअम्मार गद्दाफी के सत्ता से बेदखल और हत्या के बाद देश में गृह युद्ध की चपेट में है।
वर्तमान में लीबिया में सत्ता के दो केंद्र एलएनए एवं जीएनए हैं। गत 12 दिसंबर को हफ्तार ने त्रिपोली पर कब्जा करने के अपने अभियान को लेकर निर्णायक जंग छेड़ने का एलान किया जिसके परिणामस्वरूप त्रिपोली एवं उसके बाहरी इलाकों में हिंसक झड़पें जारी हैं। इससे पूर्व तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप अर्दोगान ने पश्चिमी इजमीर प्रांत में कहा कि बेशक हमारे कुछ जवान शहीद हुए है लेकिन तुर्की समर्थित बलों ने 100 विद्रोही लड़ाकों का सफाया किया है। उन्होंने कहा त्रिपोली में अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार के खिलाफ खलीफा हाफ्टर द्वारा लीबियन नेशनल आर्मी (एनएनए) की अगुवाई इस अभियान को अंजाम दिया गया है। उन्होंने लीबिया में तुर्की समर्थित सीरियाई विद्राही लड़ाकों की उपस्थिति को पहली बार स्वीकारा है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह एलएनए ने लीबिया में तुर्की के जहाजों को निशाना बनाया था।