कांग्रेस के तेजतर्रार प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने शनिवार को लखनऊ में आयोजित हिन्दुस्तान शिखर समागम में कहा कि पाकिस्तान से मुल्क की तुलना करने पर मेरा सिर शर्म से झुक जाता है। उन्होंने कहा कि मेरे भारत की तुलना चीन से होनी चाहिए, किसी छोटे देश या पाकिस्तान से नहीं होनी चाहिए। गौरव वल्लभ ने कहा कि जो गांधीजी के हत्यारे गोडसे को देशभक्त कहते हैं और गांधीजी को देशदोही, वो देश के विकास की बात कैसे कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हिंदूवादी की बात करने वाले को रामायण की चौपाई तक नहीं आती है। मुझे किसी को बताने की जरूरत नहीं है कि हनुमान चालीसा पढ़ी या चौपाई करें मुझे किसी भी बीजेपी से ज्यादा धर्म ग्रंथ का ज्ञान है। वल्लभ ने कहा कि सरकार रोजगार की बात नहीं करती। महंगाई की बात होती तो लोग प्याज खाने से इनकार करते हैं। बेरोजगारी की बात करते हैं तो कहते ओला उबर आ गई। उन्होंने कहा कि अपनी लकीर खींचने का काम करते तो थोड़ा बहुत काम भी हो जाता। आधे घंटे बात करो तो 10 बार नेहरू का और 20 बार इंदिरा का नाम लिया जाता है।
महिलाओं का नाम लेना चाहिए। जीडीपी का नाम लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार 16 साल का जवाब दे। 70 साल का जवाब पूछ-पूछ कर जनता को गुमराह ना करें। वल्लभ ने कहा कि राजनीति में आने की मेरी मुख्य वजह मेरे घर में गांधी जी की एक तस्वीर है। मैं उसे दिन भर में दस बार देखता हूं। मैं उस तस्वीर को कैसे देख सकता जब केंद्रीय मंत्री पीट-पीट कर मारने वालों का स्वागत कर रहे हैं। मैं उस तस्वीर को कैसे देखता जब नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा जाता हो। लोग बजरंग बली की जाति पूछ रहे थे और मैं चुप रह जाता तो अपने रामचंद्र की आरती कैसे कर पाते?