नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) 15 मई से अपनी दूसरी वैक्सीन 'कोवोवैक्स' (Covovax vaccine) के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू करेगी। सीरम इंस्टीट्यूट कोवोवैक्स के तीसरे फेज का ट्रायल ICMR के साथ मिलकर करेगी।
आईसीएमरआर-नेशनल एड्स रिसर्च इंस्टीट्यूट से जुड़े डॉ। अभिजीत कदम का कहना है कि तीसरे चरण के ट्रायल के लिए देश भर में 19 साइट हैं और इनमें से चार पुणे में हैं। इन साइटों पर वॉलंटियर्स को लाने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। बता दें कि कोरोना से बचाव के लिए सीरम ने कोवोवैक्स वैक्सीन को डिवेलप करने के लिए अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स के साथ पार्टनरशिप की है। सितंबर तक आ सकती है कोवोवैक्स वैक्सीन
कुछ वक्त पहले सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा था कि भारत में कोवोवैक्स वैक्सीन को इस साल सितंबर तक बाजार में उतारा जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कोवोवैक्सन कोरोना के दक्षिण अफ्रीकी और ब्रिटिश वैरिएंट पर भी काफी असरदार होगी। सीरम की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड का पहले से ही टीकाकरण में इस्तेमाल किया जा रहा है।
सितंबर 2020 में नोवावैक्स ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ कोरोना वायरस के 2 बिलियन टीकों के लिए साझेदारी की घोषणा की थी, भारत में वैक्सीन को कोवोवैक्स के नाम से बेचा जाएगा और इसे नोवावैक्स ने विकसित किया है।
कई देशों में भेजी जा रही हैं जीवनरक्षक दवाएं
अभी तक तीन टीका निर्माताओं एस्ट्राजेनेका, फाइजर-बायोएनटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने छह महाद्वीपों पर 3।8 करोड़ से अधिक टीकों की आपूर्ति की है। जिन 100 देशों को टीके दिए गए हैं, उनमें से 61 देश, 92 कम आय वर्ग वाली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हैं।