जालंधर। पंजाब के जालंधर में एक निजी अस्पताल ने आरटी-पीसीआर कोरोना वायरस परीक्षण के लिए 106 ओपीडी रोगियों से 3.28 लाख रुपये की अधिक वसूली की थी जिसे अब अस्पताल प्रबंधन वापस लौटाने को तैयार हैं। पटेल अस्पताल के प्रबंधन ने बुधवार को जिला प्रशासन को आश्वासन दिया है कि वह इस अतिरिक्त चार्ज राशि को 106 ओपीडी रोगियों को वापस कर देगा।
जिला उपायुक्त घनश्याम थोरी ने एक नागरिक द्वारा दायर शिकायत पर जांच के आदेश दिए थे। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता जीटीबी नगर के निवासी राजीव माकोल ने उपायुक्त को दी गई अपनी शिकायत में कहा था कि पटेल अस्पताल ने 21 जुलाई को कोविड परीक्षण के लिए 5500 रुपये का शुल्क लिया था, इसके बावजूद कि सरकार ने परीक्षण के लिए अधिकतम शुल्क 2,400 रुपये तय किए थे। सहायक आयुक्त रणदीप गिल ने इस घटना की विस्तृत जांच की और अस्पताल के हिस्से में चूक पाई।
श्री थोरी ने कहा कि पटेल अस्पताल के प्रबंधन ने 106 ओपीडी के सभी रोगियों को 3.28 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि वापस करने का वचन दिया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल गरीबों और जरूरतमंद मरीजों को राहत देने के लिए एक अलग खाते में समान राशि निर्धारित करेगा। उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने स्वीकार किया है कि सरकार द्वारा आरटीपीसीआर टेस्ट की दर 2400 रुपये तय करने की अधिसूचना के बारे में उसे जानकारी नहीं थी।