गांधीनगर। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय कपड़ा मंत्री शंकरसिंह वाघेला की नई पार्टी 'प्रजा शक्ति पार्टी' 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले उप-चुनाव, महानगर पालिका, नगर पालिका और जिला पंचायतों का चुनाव भी लड़ेंगी।
पूर्व में भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे श्री वाघेला की ओर से आज जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि वह पांच वचनों का 'पंचामृत' लेकर के लोगों के बीच जाएंगे जिसमें उन्होंने गुजरात में भ्रष्ट शराबबंदी हटाने का, आरोग्य की सुरक्षा का, मुफ्त शिक्षा का, युवा को रोजगार का और फ्री बिजली और पानी का वादा किया है। ज्ञातव्य है कि गुजरात 1960 में अपने गठन के समय से ही शराबबंदी वाला राज्य है।
वाघेला ने कहा कि अगर उन्हें फिर मौका मिलेगा तो वो भ्रष्ट शराबबंदी हटा सभी पक्ष ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिक तरीके के साथ शराब के लिए नई नीति लाएंगे और कर की कमाई लोगों के मूलभूत विकास के लिए खर्च करेंगे। उनके मुख्यमंत्रित्व काल में 1996-97 में उनकी तत्कालीन सरकार ने इस दिशा में विचार-विमर्श किया था लेकिन कांग्रेस के साथ गठबंधन होने के नाते बात आगे नहीं बढ़ पाई थी।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के समय स्वास्थ्य और शिक्षा को बजट में प्राथमिकता दी गई थी और गांव तक आरोग्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का काम किया गया था और देश मे पहली बार गुजरात में माध्यमिक शिक्षा तक पढ़ाई मुफ्त की गई थी और मेधावी विद्यार्थियों का विदेश में पढ़ाई का खर्च सरकार ने उठाया था वैसे ही फिर से मौका मिलने पर वह गुजरात में सालाना 12 लाख तक की कमाई करने वाले परिवार का सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में इलाज का खर्च सरकार चुकाएगी और उनके बच्चों को पोस्ट ग्रेज्यूएशन तक की शिक्षा मुफ्त में दी जाएगी।
उनकी सरकार में इंडस्ट्रीयल फोर्स, बालगुरू, रहेमराह जैसी योजना के तहत एक साल में रिकॉर्ड एक लाख लोगों को रोजगार दिया गया था, अगर जनता फिर से मौका देगी तो वह सरकार में खाली पदों को तुरंत भरेंगे, आउट सोर्सिंग व्यवस्था ख़तम करेंगे और बेरोजगारी भत्ता देंगे। वह 100 यूनिट तक बिजली फ्री देंगे और किसानों को बिजली बिल में राहत देंगे और पानी पर टैक्स ख़त्म करेंगे। वह गुजरात को नई दिशा देने का काम करेंगे।
ज्ञातव्य है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग-1 सरकार में कपड़ा मंत्री रहे वाघेला ने वर्ष 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में जनविकल्प मोर्चा नाम के एक नए दल की बिना ख़ुद चुनाव लड़े अगुवाई की थी पर उसके सभी प्रत्याशियों की जÞमानत जÞब्त हो गयी थी। बाद में वह शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे और उसके राष्ट्रीय महासचिव तथा गुजरात प्रदेश अध्यक्ष भी बने थे पर उससे भी नाता तोड़ नए दल प्रजा शक्ति से जुड़े हैं। ऐसे अटकलें लगायी जा रही हैं कि वह स्वयं भी आगामी दिनो में गुजरात की 8 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी हो सकते हैं।