नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों आज भव्य राम मंदिर के निर्माण का शिलान्यास किया गया। लगातार प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में शामिल होने का विरोध कर रहे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने राममंदिर का शिलान्यास कर पद की शपथ का उल्लंघन किया है। ओवैसी ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में राममंदिर का शिलान्यास कर पद की शपथ का उल्लंघन किया है। यह लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता की हार का दिन है और हिंदुत्व की सफलता का।
उन्होंने कहा, पीएम ने अपने भाषण में कहा, राष्ट्र बहुत भावुक है। मैं कहना चाहता हूं कि मैं बहुत ही भावुक है, क्योंकि मैं समानता और नागरिकता में विश्वास करता हूं, क्योंकि वहां पर 400 से अधिक वर्षों से एक मस्जिद थी और मैं भी भावुक हूं क्योंकि आपकी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में झूठ बोला है। ओवैसी ने कहा, 'मैं कह रहा हूं कि आरएसएस की प्रमुख उपस्थिति के कारण हिंदुत्व की सफलता का दिन है। वह वहां क्यों है? भागवत ने कहा कि यह नया भारत बनाता है। क्या है नया भारत? नया भारत जहां मुस्लिमों के साथ भेदभाव किया जाएगा।