मास्को। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने विश्व में कोरोना वायरस (कोविड-19) की वैक्सीन विकसित करने की प्रक्रिया में रूस को ‘महत्वपूर्ण भागीदार’ बताया है। रूस के सेचेनोव यूनिवर्सिटी के गामालेया इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा विकसित कोविड-19 की वैक्सीन के क्लीनिकल परीक्षण का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।
सेचेनोव यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल पैरासिटोलॉजी, ट्रॉपकिल और वेक्टर-बोर्न के निदेशक अलेक्जेंडर लुकाशेव ने कहा है कि वैक्सीन के परीक्षण से पता चला है कि यह मानव के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है और दूसरे चरण का परीक्षण जुलाई के अंत तक होगा। भविष्य में वैक्सीन के वितरण को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘डब्ल्यूएचओ वैक्सीन के सभी परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे हो जाने के बाद इसके निष्पक्ष और न्यायसंगत आवंटन को सुनिश्चित करने के लिए नियमों एवं दिशानिर्देशों को बनाने को लेकर अपने सभी सहयोगियों, सदस्य देशों और अन्य हितधारकों के साथ काम कर रहा है।
इस पूरी प्रक्रिया में रूस एक ‘महत्पूर्ण भागीदार’ है।’’ डब्ल्यूएचओ के प्रोटोकॉल के अनुसार किसी भी वैक्सीन को मंजूरी मिलने से पहले उसे क्लीनिकल परीक्षण के तीन चरणों से सफलतापूर्वक गुजरना होता है और इस दौरान स्वस्थ लोेगों पर उसके दुष्प्रभावों की जांच की जाती है।