नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन (सीएसआईआर-सीएसआईओ) के शोधकर्ताओं द्वारा कोरोना के खिलाफ जंग में मुस्तैद स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बनाये गये सुरक्षात्मक चश्मे की सराहना करते हुए कहा कि यह पुलिसकर्मियों और आम लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है। डॉ हर्षवर्धन ने ट्वीट करके कहा कि वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद - केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन , चंडीगढ़ के शोधकर्ताओं ने सुरक्षात्मक चश्मा बनाने की तकनीक विकसित की है।
उन्होंने कहा कि पलकों के भीतर आंख की पुतलियों को चिकनाई देने वाली नेत्र श्लेष्मा झिल्ली ( कंजक्टिवा) शरीर में एकमात्र आवरण रहित श्लेष्मा झिल्ली होती है। नेत्र श्लेष्मा झिल्ली बाहरी वातावरण के संपर्क में आने पर अनजाने में वायरस के प्रवेश का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि शोधकर्ताओं का कहना है कि यह सुरक्षात्मक चश्मा इस चुनौती से लड़ने में मदद कर सकता है। इस चश्मे को कुछ इस तरह से बनाया गया है, जिससे स्वास्थ्यकर्मियों को खतरनाक ऐरोसॉल के साथ -साथ अन्य निलंबित कणों से बचाया जा सकता है।