डब्ल्यूएचओ ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोरोना वायरस मामलों की संख्या हर तीन सप्ताह में दोगुनी हो रही है लेकिन अभी भी जोखिम कम नहीं हुआ है। इसके फैलने के अभी भी आसार है।
घनी आबादी वाले देश में ज्यादा खतरा : डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य आपदा कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर माइकल रेयान ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण के मामले तीन हफ्ते में दोगुने हो रहे हैं और जितने भी घनी आबादी वाले देश हैं उनके लिए अभी भी चिंता की घड़ी है। यदि वायरस का सामुदायिक स्तर पर संक्रमण होना शुरू हुआ तो ये काफी तेजी से फैलेगा। अब बड़ी संख्या में लोग काम पर लौट रहे हैं। इसके अलावा लाखों की संख्या में श्रमिकों की आवाजही हो हो रही है जिस से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
मामलों के दोगुने होने की रफ्तार पर नजर रखना जरूरी : डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक डॉक्टर सौम्या स्वामिनाथन का कहना है कि भारत में कोरोना वायरस के जितने मामले हैं वे 130 करोड़ की आबादी के लिहाज से ज्यादा नहीं हैं लेकिन फिर भी मामले दोगुने होने की दर पर ध्यान देना जरूरी है।
आयुष्मान भारत से मिलेगी मदद : डब्ल्यूएचओ ने आयुष्मान भारत योजना की तारीफ करते हुए कहा है कि इसे तेजी से लागू किया जाए तो कोरोना से निपटने में मदद मिलेगी।भारत के लिए ये आयुष्मान भारत योजना को बढ़ाने का अवसर हो सकता है।