गुरूग्राम। हरियाणा के गुरूग्राम जिला उपायुक्त अमित खत्री ने आज कहा कि जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के 80 प्रतिशत से ज्यादा मामले बिना लक्षण के पाए जा रहे हैं या हल्के लक्षण के साथ पाये जा रहे हैं तथा ऐसे मरीजों को घबराने की जरूरत नहीं और वे अपने घरों में ही रहकर आराम से ठीक हो सकते हैं। खत्री ने कहा कि बिना लक्षण या हल्के लक्षण वाले मरीज अपने घर पर ही अलग से रहें, जिसे होम आइसोलेशन कहा जाता है। होम आइसोलेशन के मामलों में भी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम मरीजों के घर का दौरा करेंगी और संक्रमित मरीज की घर बैठे जांच की जाएगी। इस दौरान टीम द्वारा होम आइसोलेशन संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी भी उन्हें दी जाएगी। होम आइसोलेशन के लिए फिट पाए जाने वाले मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा होम आइसोलेशन के प्रशिक्षण हेतु फोन पर सम्पर्क भी किया जाएगा।
टीम के सदस्य 17 दिनों तक रोजाना कॉल कर कोरोना संक्रमित मरीज से फीडबैक लेते हुए उन पर निगरानी रखेंगे। यदि होम आइसोलेशन के 17 दिनों के बाद मरीज के आखिरी 10 दिनों में बुखार या अन्य लक्षण नहीं हैं तो होम आइसोलेशन को समाप्त किया जा सकता है। यदि कोई लक्षण नहीं रहते तो स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम द्वारा कोरोना संक्रमित मरीज को कॉल कर उसका होम आइसोलेशन समाप्त करने या नहीं करने बारे में बताया जाएगा। होम आइसोलेशन खत्म होने के बाद मरीज को कोरोना जांच कराने की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए घर से बाहर निकलते ही मास्क पहने और कम से कम दो मीटर की सामाजिक दूरी का अवश्य पालन करें। बहुत ही जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार 10 साल से कम उम्र के बच्चे तथा 65 साल से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक, गर्भवती महिलाएं तथा अन्य गंभीर बिमारियों से पीड़ित व्यक्ति बिल्कुल घर से बाहर न निकलें, केवल मैडिकल इमरजेंसी के लिए ही बाहर आएं। इसके अलावा व्यक्ति मुंह, आंख, नाक को न छूए और लगातार हाथ धोता रहे या अल्कोहल बेस्ड सेनिटाइजर से हाथ साफ करता रहे। यदि व्यक्ति को कोरोना संक्रमित मरीज की जानकारी है तो उसके सम्पर्क में आने से बचे।