नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारत-चीन विवाद पर कहा – इस मामले में डिप्लोमेटिक और सेना के लेवल के जरिए बातचीत हो रही है और मुझे भरोसा है कि स्थिति संभल जायेगी। मैं देश की जनता को स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी सरकार देश की सीमाओं की सुरक्षा को जरा भी डायल्यूट नहीं होने देगी। सम्मान के साथ देश का हर नागरिक मोदी सरकार की कामों को बोल पाये इस प्रकार का हमारा आज एटीट्यूड भी है और पॉलिसी भी है। इस मामले पर किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी से खास बातचीत में उन्होंने कहा – चीन के साथ सीमा विवाद के हल के लिए सैन्य स्तर के संवाद वर्तमान में चल रहे हैं। नरेंद्र मोदी सरकार अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को कमजोर नहीं होने देगी और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए सभी कदम उठायेगी। किसी को भी इस पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। कोविड-19 के खिलाफ चल रही लड़ाई का उल्लेख करते हुये, गृह मंत्री ने कहा – मोदी सरकार प्रकोप का मुकाबला करने में सफल रही है।
उन्होंने कहा – यह पता नहीं है कि टीका और दवा कब आएगी। लोग कब तक अपने घरों में रहेंगे? मैं कह सकता हूं कि कोविड-19 के खिलाफ भारत और नरेंद्र मोदी सरकार की लड़ाई अब तक सफल रही है। शाह ने कहा कि पूरा देश एक साथ एक दिमाग से लड़ रहा है और इसलिए कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई सफल रही है।
गृह मंत्री ने कहा – केंद्र सरकार, प्रधान मंत्री और वह खुद इस बात से दुखी थे कि कुछ प्रवासी मजदूरों को अपने परिवहन की व्यवस्था के बावजूद पैदल घर जाना पड़ा। यह गलत संचार या जागरूकता की कमी के कारण हो सकता है। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि रेलवे द्वारा लगभग 4,000 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिसमें 50 लाख से अधिक लोग अपने-अपने घरों तक पहुंचने के लिए यात्रा कर चुके हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा – कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई हो या चक्रवात से निपटना हो, पश्चिम बंगाल में चीजें अच्छे आकार में नहीं थीं। एक बात सुनिश्चित है कि आने वाले दिनों में भाजपा पश्चिम बंगाल में सरकार बनाएगी। बंगाल के लोग बदलाव की तलाश कर रहे हैं।