नई दिल्ली। चीन के वुहान से कोरोना का वायरस पूरी दुनिया में फैला। यहां के जिस सीफूड मार्केट से कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। जिंदा जानवरों का वो थोक बाजार फिर से खुल गया है। फर्क सिर्फ इतना है कि उसकी जगह बदल दी गई है। कारोबार को इंसान की जान से ज्यादा कीमती समझने वाले चीन की ये चालाकी उसी पर भारी पड़ सकती है। पूरी दुनिया के लिए नये खतरे का सबब बन सकती है।
चीन के जिस वुहान शहर से पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैला, वो शहर तो कब का खुल गया। अब मौत की वो मंडी भी खुल गई है.. जिसने वुहान मे मौत का तूफान लाया था और रफ्ता-रफ्ता पूरी दुनिया मे मौत की सुनामी से दो चार हो गई। चीन ने अब वुहान के उस बाजार को फिर से खोल दिया है। जिसे कोरोना वायरस के संक्रमण बढ़ने के बाद पिछले एक जनवरी को बंद कर दिया गया था। इस बाजार में जिंदा जीव जंतुओं को बेचने वाले लोग वापस अपनी दुकाने लगा रहे हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि बाजार पहले वाली जगह से थोड़ी दूर है। जिस बाजार पर कोरोना वायरस फैलाने का इल्जाम है उसका नाम है द हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट। लेकिन चीन की सरकार ने अब इस बाज़ार की जगह बदल दी है। सरकार ने अब हुआनान सीफूड मार्केट को उत्तरी हानकोउ सीफूड मार्केट के साथ जोड़ दिया है। यानि एक ही जगह पर दो सीफूड मार्केट लग रहे हैं।
वुहान की इस मंडी में जिंदा क्रेफिश और शेलफिश मिल रही हैं। मछलियों के साथ यहां केकड़े और दूसरे जीव जंतू भी बड़ी तादाद में आ गए हैं, हालांकि दुकानदारों को पुरानी जगह की याद सता रही है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि जल्द ही वो दिन भी आ जाएगा। जब उन्हें पुरानी जगह पर बाज़ार लगाने की इजाजत मिल जाएगी। वुहान के इस सीफूड मार्केट में ज्यादातर समुद्री जीव जंतु बिकते हैं, लेकिन समंदर से इतर दूसरे जीव जंतुओं की भी इस बाजार में भरमार रहती है।
हुआनान मंडी में दुकान लगाने वालों का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते बाजार बंद होने से उनको बहुत नुकसान हुआ है। रोजी रोटी छिनने से वो कर्ज में चले गए हैं और अब नई जगह पर दुकान चलाना भी एक चुनौती है। क्योंकि फिलहाल यहां उनका जी नहीं लग रहा। हमेशा पुरानी जगह उनकी आंखों में घूमती रहती है लेकिन पेट का सवाल है लिहाजा सबकुछ भूलकर काम करने को मजबूर हैं। वहीं मंडी में काम करने वाली वाली एक महिला ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते बाजार बंद होने की वजह से हम लोगों को बहुत नुकसान हुआ है। हमारी रोजी रोटी छिन गई है। अब नई जगह से काम करना पड़ रहा है। लेकिन दुकानदारों से इतर जानकार इस बात को चिंतित हैं कि कहीं वुहान का ये बाजार फिर से कोहराम न मचा दे। बारा वायरस का संक्रमण ना फैला दे।
चीन का दावा है कि उसने कोरोना के प्रकोप को काबू में कर लिया है लेकिन हकीकत कुछ और ही नज़र आ रही है। 76 दिन बाद जब चीन ने वुहान से लॉकडाउन हटाने का फैसला किया तो शहर में धीरे धीरे जिंदगी पटरी पर लौटने लगी। रफ्ता रफ्ता स्कूल कॉलेज भी खुलने लगे लेकिन अगले हफ्ते ही वहां फिर से संक्रमण फैलने की खबर आई। जिसने सरकार को सांसत में डाल दिया। यही वजह है कि उसने पिछले कुछ हफ्तों में लाखों लोगों को टेस्ट किए हैं। एक दिन में दस लाख से भी ज्यादा लोगों की जांच हुई है। दूसरे शब्दों में कहें तो वुहान में हर किसी का कोरोना टेस्ट हो गया है लेकिन कितने लोग संक्रमित हैं। इसका ठीक ठीक आंकड़ा मिलना मुश्किल है क्योंकि चीन आंकड़े छुपाने में माहिर है।
चीन में भले ही कोरोना संक्रमण की रफ्तार थम गई हो लेकिन वुहान के इस सीफूड मार्केट के दोबारा खुलने से खतरे के आसार बढ़ गए हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि दुनिया भर में फैला कोरोना वायरस चमगादड़ से आया है जो मनुष्य जाति को अपना शिकार बनाने के पहले कई जानवरों पर हमला कर चुका है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि इसी मार्केट के कारण हुबई प्रांत में रहने वाली 55 वर्षीय महिला कोरोना की चपेट में आई थी। इसके बाद ये वायरस दूसरे लोगों तक पहुंचा। यही वजह है कि वुहान में भी जानकार इस बाजार को खोलने को खतरनाक मान रहे हैं। दबी जुबान में वो इसे आत्मघाती फैसला बता रहे हैं।
हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट से ही कोरोना वायरस के फैलने की बात सबसे पहले सामने आई थी। उसके बाद 1 जनवरी को इस बाजार को बंद कर दिया गया था। इस बाजार में उन सभी जानवरों का मांस मिलता है। जिसे इंसान खा सकता हो या उसे खाना चाहता हो। इस जानवर बाजार में सैकड़ों जीव जंतुओं के मांस और अंग बेचे जाते हैं। बाजार में इतनी भीड़भाड़ और गंदगी रहती है कि बाहर से आने जाने वालों के लिए यहां चलना भी दूभर हो जाता है। कोरोना वायरस फैलने के बाद इस बाजार को बंद कर दिया गया था लेकिन अब इस बाजार को फिर से खोल दिया गया है।
जानवरों के इस मार्केट के खुलने से वुहान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को खतरा हो सकता है। दुनिया के कई देश इसको लेकर अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं लेकिन चीन अब भी सच पर पर्दा डालने में जुटा है। चीन की सरकार की तरह वहां के वैज्ञानिकों ने भी उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है कि घातक कोरोना वायरस इस बाजार से ही फैला था। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में जारी कोरोना वायरस के स्थानीय पुष्टीकरण के मामलों में कई रिसर्च किए गए हैं…जिनमें वुहान के इस जानवर बाजार पर लगे आरोप बकवास साबित हो गए हैं।