नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि देश के आर्थिक विकास के पैमाने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के ताजा आंकड़े से साफ हो गया कि मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर कुछ नही कर पा रही है और ऐसा लगता है कि ये सरकार ‘करो ना’ संक्रमण की चपेट में आ गयी है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रंदीपसिंह सुरजेवाला और पार्टी प्रवक्ता गौरव बल्लभ ने शुक्रवार को यह जारी एक बयान में कहा कि मोदी सरकार की अक्षमता के कारण देश की अर्थव्यस्था हर तरफ गिर रही है लेकिन सरकार इसमें सुधार के कोई प्रयास नही कर रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार अर्थव्यस्था में गिरावट के हर संकेत को नज़रअंदाज़ कर रही है।
दिसम्बर में तिमाही विकास दर 4.7 प्रतिशत और जीडीपी पहले के 6.1 प्रतिशत से गिरकर 5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास तथा रोजगार सृजन के आंकड़ों में गिरावट जारी है। ऊर्जा, गैस और जल विकास दर गिर रहे हैं। होटल, कारोबार आदि की विकास दर घाटी है। निर्यात के मोर्चे पर नकारात्मक स्थिति है। रेल एस्टेट सबसे चुनौतीपूर्ण स्थिति से गुज़र रहा है। बैंकों की हालत खस्ता हो चुकी है, विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट है लेकिन ‘करो ना’ वायरस से पीड़ित यह सरकार कुछ करने की स्थिति में नहीं है।
गौरतलब है कि कृषि क्षेत्र में सुधार के बीच विनिर्माण क्षेत्र के निराशाजनक प्रदर्शन से चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर घटकर करीब सात साल के निचले स्तर 4.7 प्रतिशत पर आ गयी जबकि दूसरी तिमाही में यह 5.1 प्रतिशत (संशोधित अनुमान) रही थी। इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष में जीडीपी के पाँच प्रतिशत की गति से बढ़ने का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया गया है। केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा शुक्रवार को यहाँ जारी आँकड़ों के अनुसार, वर्ष 2018-19 में जीडीपी वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही थी। इस अवधि में नॉमिनल जीडीपी वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।