नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत जल्दी ही अपने भरोसे अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजने जा रहा है। और इस अभियान में देश की युवा पीढ़ी लगन से जुटी है। मोदी ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2022 के विजेता बालक बालिकाओं से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा अब से कुछ समय बाद, भारत अपने दमखम पर, पहली बार अंतरिक्ष में भारतीयों को भेजने वाला है। इस गगनयान मिशन का दारोमदार भी हमारे युवाओं के पर ही है। जो युवा इस मिशन के लिए चुने गए हैं। वो इस समय कड़ी मेहनत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने आज वैश्विक कंपनियों का नेतृत्व कर रहे भारतीय या भारतीय मूल के लोगों का उदाहरण देते हुए विजेताओं से कहा आपकी ही पीढ़ी भारत ही नहीं बल्कि भारत के बाहर भी इस नए दौर को नेतृत्व प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा आज हमें गर्व होता है।
जब हम देखते हैं। कि भारत के युवा नए-नए इनोवेशन कर रहे हैं। देश को आगे बढ़ा रहे हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने मानव मिशन के लिए शक्तिशाली अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण रॉकेट इंजन का पिछले दिनों सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। गगनयान/मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए विकसित किए जा रहे राकेट इंजन का परीक्षण तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स (आईपीआरसी) में किया गया।गौरतलब है कि भारत के राकेश शर्मा 1984 में अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय नागरिक है। तत्कालीन सोवियत संघ के अन्तरिक्ष यान में वह अन्तरिक्ष में गए थे। मोदी ने 2018 के अपने स्वाधीनता दिवस संबोधन में 2022 में स्वाधीनता दिवस की 75वीं वर्षगांठ से पहले मानव सहित अंतरिक्ष मिशन भेजने के लक्ष्य की घोषणा की थी। बीच में कोविड-19 संक्रमण के कारण काम प्रभावित होने की चर्चाएं भी थीं।