नई दिल्ली। PM मोदी, अमित शाह, सोनिया गांधी और अक्षय कुमार को वैक्सीन की डोज लगाने के बाद बिहार के स्वास्थ्य विभाग का एक और कारनामा सामने आया है। यहां जमुई में 17 साल की नाबालिग लड़की को कोरोना का टीका दे दिया गया है। टीका लेने के बाद लड़की की तबीयत बिगड़ गई है। इसके बाद उसे इलाज के लिए जिले के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लड़की को टीका जमुई सदर पीएचसी के केंद्र पर दिया गया है। आधार कार्ड के अनुसार लड़की की जन्म तिथि 6 दिसंबर 2004 है, इसके हिसाब से उसकी उम्र अभी 17 साल है। उसे शनिवार को कोरोना का वैक्सीन दिया गया था, जिसके बाद रविवार की रात उसकी तबीयत बिगड़ी और फिर उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित लड़की लड़की जमुई जिले के सिकंदरा के जगदीशपुर की रहने वाली है। वो यहां रहकर कौशल युवा कार्यक्रम के तहत कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर की ट्रेनिंग ले रही है। मामले में लड़की ने बताया कि पहले भी वो टीका लेने गई थी। लेकिन इसे कोविड सेंटर से कम उम्र है कहकर लौटा दिया गया था। लेकिन वो जहां ट्रेनिंग ले रही है वहां सभी को टीका लेने के लिए कहा गया है। इसके बाद वो भी टीका लेने दोबारा चली गई। शनिवार को जब वो टीका लेने गई तो उसका आधार कार्ड देखने के बाद भी उसे टीका दे दिया गया। जिसके बाद रविवार की शाम से तबीयत बिगड़ने लगी फिर उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इससे पहले बिहार के स्वास्थ विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई थी। यहां अरवल जिले में वैक्सीन देने में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। यहां अरवल जिले के करपी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन लेने वालों और कोरोना जांच कराने वालों की लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, सोनिया गांधी का भी नाम शामिल था। इसके साथ ही वैक्सीन लेने वालों की लिस्ट में अक्षय कुमार प्रियंका चोपड़ा समेत दिग्गज कलाकारों के नाम भी बिहार में वैक्सीन लेने वालों की लिस्ट में शामिल था। स्वास्थ्य विभाग के इस कारनामे के बाद सरकार की खूब फजीहत हो रही है। तो वहीं विपक्ष भी इसपर हमलावर है।