नई दिल्ली। अजिंक्य रहाणे की हालिया फॉर्म चिंताजनक रही है। पिछले कुछ समय से वे रन नहीं बना पा रहे हैं। इसके चलते टीम में उनकी जगह पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बारे में अब विराट कोहली का बयान भी सामने आया है। उनका कहना है कि रहाणे की फॉर्म में कमी को कोई और जज नहीं कर सकता। खुद वे (कोहली) भी ऐसा नहीं कर सकते हैं। भारतीय कप्तान का कहना है कि रहाणे को भरोसे और सहारे की जरूरत है ताकि वे पता चल सके कि दिक्कत कहां पर है। न्यूजीलैंड को दो टेस्ट की सीरीज में 1-0 से हराने के बाद कोहली ने कुछ मुश्किल मसलों पर बात की। इसमें खुद की फॉर्म का सवाल भी शामिल रहा। विराट कोहली ने कहा कि इस महीने दक्षिण अफ्रीका के दौरे से पहले टीम सेलेक्शन को लेकर बातचीत होगी। रहाणे की फॉर्म के सवाल पर विराट कोहली ने पत्रकारों से कहा, ‘मैं उसकी फॉर्म को जज नहीं कर सकता। कोई भी नहीं कर सकता। केवल वह खुद ही जानता है कि अभी किस हाल से गुजर रहा है।’ पिछले 12 टेस्ट में रहाणे की रन बनाने की औसत 20 से भी कम की है। ऐसे में उनकी जगह पर खतरा मंडरा रहा है। लेकिन कप्तान ने कहा कि यह जरूरी है कि रहाणे के पुराने रिकॉर्ड को याद रखा जाए और वह सुरक्षित महसूस करे और टीम किसी तरह से पैनिक नहीं होगी।
हमें उन्हें इस तरह के समय में सहारा देने की जरूरत है विशेष रूप से तब जब उन्होंने पहले हमारे लिए अच्छा काम किया है। हमें ऐसे माहौल की जरूरत नहीं है जहां खिलाड़ी यह कह रहे हो कि अब क्या होगा? हम टीम में इस तरह का काम नहीं करते हैं। विराट कोहली का मानना है कि एक टीम बाहरी लोगों की तरह बर्ताव नहीं कर सकती है। बाहरी लोग किसी खिलाड़ी की जब तारीफ करते हैं तब उसकी खूब तारीफ करते हैं और फिर नाकाम रहने पर उसकी बखिया उधेड़ देते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम खिलाड़ी के रूप में जानते हैं कि टीम में क्या होता है और हमारे दिमाग में क्या रहता है। बाहर काफी कुछ होता रहता है और हम हम उन बातों से हमारे खेलने के तरीके पर असर नहीं पड़ता। हम टीम में सबको सपोर्ट करते हैं फिर चाहे अजिंक्य हो या कोई और। बाहर जो कुछ भी होता है उसके हिसाब से हम फैसले नहीं लेते।’