नई दिल्ली। साल 2020 में चीन के दुस्साहस के बाद भारत और उसके उत्तरी पड़ोसी के रिश्तों की तल्खी कम होने का नाम नहीं ले रही है। यह कहना गलत नहीं होगा कि दोनों देशों के बीच शक और अदावत की खाई बढ़ती जा रही है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के साथ बैठक में चीनी अतिक्रमण का मुद्दा उठाया है। राजनाथ सिंह ने अपने बयान में जिस तरह से चीनी अतिक्रमण का मुद्दा रुस के विदेश और रक्षा मंत्रियों के सामने उठाया है, वो अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण है। दरअसल, साल 2020 में चीन के दुस्साहस के बाद भारत और उसके उत्तरी पड़ोसी के रिश्तों की तल्खी कम होने का नाम नहीं ले रही है। यह कहना गलत नहीं होगा कि दोनों देशों के बीच शक और अदावत की खाई बढ़ती जा रही है।