इंदौर। MP के शहर इंदौर के कमला नेहरू वन्य प्राणी संग्रहालय से गायब हुए तेंदुए को खोजने के प्रयास अभी भी जारी हैं। वन विभाग और चिड़ियाघर प्रबंधन की टीम तेंदूए को ढूंढने की लगातार कोशिश कर रही है, हालांकि अभी तक तेंदुए के चिड़ियाघर में होने पर भी संशय है। चिड़ियाघर प्रबंधन का कहना है कि तेंदुए के जैसे दिखने वाले जानवर की तस्वीरें सीसीटीवी में कैद हुई है इसी आधार पर जू प्रबंधन अभी भी चिड़ियाघर परिसर में ही उसकी तलाश कर रहा है। चिड़ियाघर प्रबंधन के मुताबिक तेंदुआ 6 महीने का है और उसके पैर में चोट लगने के कारण उसे बुरहानपुर से इलाज के लिए इंदौर चिड़ियाघर लाया गया था। लेकिन यहां पर वो पिंजरे से गायब मिला चिड़ियाघर प्रभारी उत्तम यादव और फॉरेस्ट के ऑफिसर चिड़ियाघर में मौजूद ऐसे स्थानों पर उसकी तलाश कर रहे हैं जहां पर वो छुपा हो सकता है। एतिहातन के तौर पर चिड़ियाघर में आम लोगों के प्रवेश को भी पूरी तरह से रोक ला दी गई है और तेंदुए की तलाश जारी है चिड़ियाघर के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही तेंदुए को खोज लिया जाएगा हालांकि अभी भी यह संशय बना हुआ है कि तेंदुआ चिड़ियाघर में ही है या वो किसी रास्ते से बाहर निकल गया है।
चिड़ियाघर के सूत्रों ने बताया कि तेंदुए को जिस पिंजरे में रखा गया था, वह खराब था। उसके एक हिस्से में इतनी जगह थी कि तेंदुआ आसानी से निकल सकता है। CCTV रिकॉर्ड में तेंदुआ जाता हुआ दिखाई दे रहा है। बताया गया है कि ये तेंदुआ नेपानगर में रात को एक घर में घुस गया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने घेराबंदी करके उसे पकड़ लिया था और वन विभाग को सौंप दिया था। इस दौरान तेंदुए के पैर में चोट भी लग गई थी। जिस के इलाज के लिए ही इसे इंदौर चिड़ियाघर लाया गया था। चिड़िया घर में यह दूसरा मौका है जब तेंदुआ लापता हुआ है। 6 साल पहले भी ऐसा ही हुआ था। आजाद नगर चौराहे के पास निगम अधिकारी अभय राठौर के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में एक तेंदुए के घर में आने के बाद दीवार फांदकर जाने का फुटेज सामने आया था। तीन से चार दिन तक उसकी तलाश की गई, लेकिन पता नहीं चला था। तब भी फुटेज में तेंदुए के 8 से 10 महीने के होने की बात सामने आई थी। इस बार तेंदुआ कहां चला गया, इसके फुजेट भी नहीं मिले है।क्योंकि जू परिसर के कैमरे ही बंद पड़े हैं। देर रात तक अमला सर्चिंग में जुटा रहा, लेकिन तेंदुआ कहीं नजर नहीं आया। गौरतलब है कि जू में सैकड़ों जानवरों के साथ कई तरह के पक्षी हैं। इसके बावजूद वहां की सुरक्षा व्यवस्था इतनी लचर है।