रायपुर। वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान को और तेज कर दिया गया है। कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे से बीच शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए नई पहल की है। स्वास्थ्य विभाग की टीम अब धान खरीदी केंद्रों में पहुंच रही है और किसानों से अपील कर रही है कि पहले टीका लगाओ फिर धान बेचो। इसका असर भी दिख रहा है। किसान धान बेचने के साथ कोरोना से बचाव का टीका भी लगवा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 90 प्रतिशत लोगों को पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं 49 प्रतिशत लोगों को दोनों टीके लग चुके हैं। इधर कोरोना के नए वेरिएंट को भी लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने 30 नवंबर को कलेक्टरों की ऑनलाइन मीटिंग ली थी। बैठक में धान खरीदी केंद्रों में भी कोरोना टीका लगाने निर्देश दिए गए थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अब धान खरीदी केंद्रों में पहुंचकर किसानों को टीके लगाए जा रहे हैं। प्रदेश के अब तक एक करोड़ 77 लाख 13 हजार 825 लोगों को पहली खुराक वहीं 95 लाख 58 हजार 124 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। पहली और दूसरी, दोनों खुराकों को मिलाकर अब तक दो करोड़ 72 लाख 71 हजार 949 टीके लगाए जा चुके हैं। राज्य कोविड कमांड सेंटर से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 02 दिसंबर की स्थिति कुल 328 एक्टिव केस हैं। इसमें रायपुर में 57, दुर्ग में 49 और रायगढ़ में सबसे ज्यादा 60 सक्रिय केस हैं।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) को देखते हुए इसकी पहचान और बचाव के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दूसरे देशों की यात्रा कर छत्तीसगढ़ पहुंचने वालों की स्क्रीनिंग, जांच और होम क्वारंटाइन का सख्ती से पालन कराने कहा है। बता दें कि अभी तक विदेश की यात्रा कर 217 लोग छत्तीसगढ़ लौटे हैं। राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि जिले में सैंपल जांच की संख्या बढ़ाने, टीकाकरण में तेजी लाने और विदेश से आए लोगों की ट्रेसिंग करने सभी जिलों में कहा गया है। सभी अस्पतालों में सुविधाएं व संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं।