नई दिल्ली। एक ओर जहां कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ऑमिक्रॉन ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। वहीं, हांगकांग ने इस वेरिएंट को डिकोड कर लिया है। हांगकांग के वैज्ञानिकों ने रिसर्च के दौरान पता लगा लिया है कि ऑमिक्रॉन पर वैक्सीन का प्रभाव पड़ेगा या नहीं? इस तरह से हांगकांग विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक नमूनों से नए Omicron कोरोना वायरस वेरिएंट को अलग करने में सफल होने वाले एशिया में पहले बन गए हैं।
"हांगकांग विश्वविद्यालय में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के शोधकर्ताओं ने नमूनों से SARS-CoV-2 ऑमिक्रॉन वेरिएंट को अलग करने में सफलता प्राप्त की है। इस तरह से यह एशिया में पहली रिसर्च टीम है जो ऑमिक्रॉन वेरिएंट को अलग करने में सफल रही है। वेरिएंट की डिकोडिंग के बाद, वैज्ञानिक अब ऑमिक्रॉन के खिलाफ वैक्सीन विकसित करने में सक्षम होंगे। आपको बता दें कि 25 नवंबर को हांगकांग में पहले दो ऑमिक्रॉन मामलों की पुष्टि होने के चार दिन बाद, एचकेयू के वैज्ञानिकों ने सोमवार रात को वैरिएंट को अलग करने में सफलता हासिल की। कोरोना का नया वेरिएंट ऑमिक्रॉन सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। जिसके बाद ऑमिक्रॉन अब धीरे-धीरे दुनिया के 17 देशों में फैल गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसको लेकर चिंता जताई थी। दुनियाभर के वैज्ञानिक भी इस बात को लेकर चिंतित थे कि इस पर वैक्सीन का असर हो पायगा या नहीं।