नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रॉन को लेकर बढ़ी चिंताओं के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार की मंशा स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चो पर कार्यरत कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने के लिए कोविड-रोधी टीके की बूस्टर खुराक देने की है और वह इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि क्रिसमस और नए साल के समारोह पर रोक को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है और लोगों को लॉकडाउन जैसे कदमों की ‘बेवजह’ चिंता करने की जरूरत नहीं है , खासतौर पर तब जब आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही हैं।
बोम्मई ने कहा, ‘मैं दो दिसंबर को दिल्ली जाऊंगा और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलूंगा। मैं उनसे उन स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मचारियों को कोविड रोधी टीके की बूस्टर खुराक देने पर चर्चा करूंगा जिन्होंने छह-सात महीने पहले टीके की पहली और दूसरी खुराक ली है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य कुछ शैक्षणिक संस्थानों में संक्रमण के मामले सामने आने पर लॉकडाउन लगाने की आशंका को खारिज कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य में लॉकडाउन लगाने की कोई योजना नहीं बनाई जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘हमने स्कूलों और कॉलेजों में एहतियात के नियमों का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है, लेकिन उन्हें बंद करने का कोई आदेश नहीं दिया गया है। लॉकडाउन लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को ‘ओमीक्रॉन’ को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग उन देशों से आ रहे हैं, जहां ओमीक्रॉन पाया गया है, उनकी हवाई अड्डे पर जांच की जा रही है और निगेटिव होने पर ही उन्हें शहरों में प्रवेश दिया जा रहा है। बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक में पढ़ने वाले केरल के छात्रों के लिए निगेटिव रिपोर्ट पेश करना अनिवार्य कर दिया गया है और निगेटिव रिपोर्ट आने के सातवें दिन उनकी दूसरी जांच भी की जा रही है।
बोम्मई ने कहा कि उन्होंने उन देशों से आने वाले लोगों के लिए हवाईअड्डे पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए हैं, जो उन देशों के लोगों के संपर्क में हैं, जहां ओमीक्रॉन के मामले सामने आए।केरल से आने वाले लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की अत्यधिक संभावना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने दक्षिण कन्नड़, मदिकेरी, चामराजनगर और मैसुरू जिलों में एहतियाती उपायों के आदेश दिए हैं, जो चौबीसों घंटे प्रभावी रहेंगे। उन्होंने कहा कि केरल के लोगों के संक्रमित नहीं होने की पुष्टि के बाद ही उन्हें राज्य में प्रवेश दिया जाएगा।