अलीगढ़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनावी शंखनाद करते हुए कांग्रेस पर आज कटाक्ष किया कि उसने अपने तप एवं त्याग से देश को दिशा देने वाले राजा महेन्द्र प्रताप सिंह जैसे राष्ट्रनायकों से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित नहीं कराया और 20वीं सदी की उन गलतियों को 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है।
पीएम मोदी ने इस दौरान अलीगढ़ से जुड़े अपने बचपन के किस्से का जिक्र किया। पीएम मोदी ने बताया कि जब मैं छोटा था, तब यूपी के दो जिलों का नाम काफी सुनाई देता था। एक तो अलीगढ़, जिसके तालों का जिक्र एक मुस्लिम विक्रेता के कारण सुनने को मिलता था। पीएम मोदी ने बताय कि वो मुस्लिम मेहरबान हर तीन महीने हमारे गांव आते थे। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे आज भी अच्छे से याद है कि वो आदमी काली जैकेट पहनता। वो दुकानों में अपने ताला रख कर जाता था और तीन महीने बाद आकर पैसे लेता था
पीएम मोदी ने बताया कि ताला विक्रेता अगल-बगल के गांवों में भी व्यापारियों के पास जाता था और उनको ताले देता। उस मुस्लिम व्यापारी की मेरे पिताजी से काफी अच्छी दोस्ती थी। पीएम मोदी ने कहा कि वो व्यापारी करीब 4-6 दिन हमारे गांव में रूकता था तब उसने जो पैसे इकट्ठे किए होते थे वो उसे मेरे पिता जी के पास पकड़ा जाता था। जब आसपास के गांवो से पैसे वसूल लेता तो मेरे पिता जी के पास रखे हुए पैसे लेकर वो वापिस लौट जाता था। वहीं अलीगढ़ के बाद जो दूसरा नाम सुना वो था-सीतापुर। पीएम मोदी ने बताया कि हमारे गांव में अगर किसी को आंख की बीमारी का इलाज करवाना होता था तो हर कोई कहता था सीतापुर जाओ। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे बचपन से मैं अलीगढ़ और सीतापुर से जुड़ा हूं।
बृजभूमि के इस नगर में मंगलवार को राधाष्टमी के पर्व पर अलीगढ़ में रक्षा उत्पादन गलियारे और राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की आधारशिला रखने के बाद मोदी ने अपने संबोधन में नौजवानों का राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के चरित्र से प्रेरणा लेने का आव्हान किया और कहा, ‘‘भारत का इतिहास ऐसे ऐसे राष्ट्रभक्तों की गाथाओं से भरा पड़ा है जिन्होंने अपने तप और त्याग से देश को नयी दिशा दी है। ऐसे कितने ही महान व्यक्तित्वों ने सब कुछ खपा दिया लेकिन देश का दुर्भाग्य रहा कि ऐसे राष्ट्रनायकों नायिकाओं से देश की अगली पीढ़ी को परिचित नहीं कराया गया।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उनकी गाथाए जानने से पीढ़ियां वंचित रह गयीं। 20वीं सदी की इन गलतियों को 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है।’’ उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेल देव, छोटूराम या राजा महेन्द्र प्रताप सिंह हों, राष्ट्र के विकास के लिए उनके योगदान को आगे लाने के ईमानदार प्रयास हो रहे है।
मोदी ने राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के भारत के उज्जवल भविष्य की खातिर शिक्षा के क्षेत्र में योगदान का उल्लेख किया और कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें इस विश्वविद्यालय के शिलान्यास का अवसर मिला। यह विश्वविद्यालय 21वीं सदी के भारत में शिक्षा एवं कौशल की आकांक्षा के अनुरूप रक्षा अध्ययन, रक्षा उत्पादन प्रौद्योगिकी, इस क्षेत्र में काम करने वाले कुशल मानवश्रम तैयार करेगा। यहां शिक्षा एवं कौशल स्थानीय भाषा में देने पर बल दिया जाएगा।
अपने ताला उद्योग के कारण विख्यात अलीगढ़ में रक्षा उत्पादन गलियारे के शिलान्यास के मौके पर प्रधानमंत्री ने घरों और दुकानों की सुरक्षा में भूमिका निभाने वाला अलीगढ़ अब देश की सीमाओं की सुरक्षा में प्रमुख भूमिका निभायेगा। यहां सैकड़ों करोड़ रुपये के निवेश से डेढ़ दर्जन से अधिक कंपनियां आ रहीं हैं जो छोटे हथियार, ड्रोन, एयरोस्पेस मेटल कंपोनेंट, एंटी ड्रोन प्रणाली एवं अन्य रक्षा उपकरण बनायेंगी।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीतिक नब्ज पर हाथ रखते हुए मोदी ने करीब पांच साल पहले हुए दंगों की याद दिलायी और कहा कि एक समय ऐसा माहौल था जब लोगों को पुश्तैनी घर छोड़ कर भागना पड़ा था। आज उत्तर प्रदेश में कोई भी अपराधी ऐसा करने से पहले सौ बार सोचता है। उन्होंने योगी सरकार की कानून व्यवस्था की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि एक समय यहां शासन प्रशासन गुंडो माफियाओं की मनमर्जी से चलता था लेकिन आज गुंडे और माफिया सलाखों के पीछे हैं।
प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए केन्द्र और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कार्यों को गिनाया और कहा कि उनकी सरकार देश के 80 फीसदी से अधिक छोटी जोत वाले किसानों को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के चिंताओं से खड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों और छोटे किसानों की समृद्धि के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड काल में गरीबों को भूख से बचाने के लिए भारत ने जो कार्य किये हैं वैसे कार्य दुनिया के तमाम बड़े देश भी नहीं कर पाये हैं।