नई दिल्ली। भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना महामारी की दूसरी लहर थमी हुई दिख रही है लेकिन अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। विशेषज्ञ चिंता जता रहे हैं कि आंकड़े स्थिर होने के बाद इनमें बढ़ोत्तरी हो सकती है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने भारत में कहर ढाया था और अब तीसरी लहर की आहट है। जगह-जगह लॉकडाउन खुलते ही बाजारों में उमड़ती भारी भीड़ तथा हर कहीं कोरोना प्रोटोकॉल के टूटते नियमों को देखते हुए कोरोना की अगली लहर को लेकर चिंता बढ़ने लगी है। विश्व स्वास्थय संगठन (WHO) ने पिछले सप्ताह के आंकड़ों के आधार पर दुनिया की जो स्थिति सामने रखी है, उसमें भारत बहुत अच्छी हालत में नजर नहीं आ रहा। पिछले सप्ताह दर्ज हुए मामलों में सबसे ज्यादा नए केस अमेरिका और उसके बाद भारत में रिपोर्ट किए गए हैं।
साउथ एशिया में टॉप पर भारत
दक्षिण एशिया (South Asia) में तो भारत पहले नंबर पर है, जहां सबसे ज्यादा नए मामले दर्ज हो रहे हैं। 26 जुलाई से 1 अगस्त के बीच दुनिया में 4 मिलियन से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। वहीं दक्षिण पूर्व एशिया में पिछले सप्ताह में कोरोना केस में 9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि पिछले महीने भारत में मामले कम रिपोर्ट होने लगे थे।
इस सप्ताह विश्व में कुल 64 हज़ार मौत दर्ज हुईं जिसमें 8 प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले सप्ताह दुनिया में सबसे ज्यादा केस अमेरिका में दर्ज हुए जबकि भारत इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। अमेरिका में इस दौरान करीब 5 लाख 43 हज़ार 420 नए केस आए और 9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। भारत में बीते सप्ताह 2 लाख 83 हज़ार 923 नए केस आए और सात फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
डेल्टा वेरिएंट ने मचाया कोहराम
दक्षिण पूर्व एशिया में पिछले एक सप्ताह में नए मामलों तेजी से बढ़े हैं। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी भारत में दर्ज हुई है। इस रीजन से 8 लाख 41 हजार केस रिपोर्ट हुए हैं। प्रति एक लाख पर 20।6 केस के अनुपात से भारत में कोरोना वायरस के मरीज मिल रहे हैं। इस रीजन में भारते के बाद दूसरे नंबर पर इंडोनेशिया है, जहां 2 लाख 73 हज़ार 891 केस आए हैं।