नई दिल्ली। राज्यसभा में आज विपक्षी दलों के सदस्यों ने पेगासस जासूसी मामले, किसानों की समस्याओं तथा असम-मिजोरम विवाद को लेकर भारी शोरगुल और हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आवश्यक दस्तावेज रखे जाने के बाद कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा शुरु किया और वे सदन के बीच में आ गए। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य पेगासस जासूसी मामले को लेकर प्ले कार्ड तथा कांग्रेस के सदस्य असम-मिजोरम मामले को लेकर बैनर दिखा रहे थे।
सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव, बहुजन समाज पार्टी के अशोक सिद्धार्थ, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खडगे, शक्ति ंिसह गोहिल तथा कई अन्य सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिया है।
नायडू ने कहा कि सदस्यों ने जो स्थिति पैदा की है उसमें सभापीठ क्या करे। उन्होंने कहा कि पूरा देश सदन की कार्यवाही देख रहा है सदस्यों का ऐसा व्यवहार जारी रहेगा तो सदन की कार्यवाही कैसे चलाई जायेगी।
उन्होंने कहा कि सदस्य विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए यहां आते है लेकिन कुछ सदस्यों के व्यवधान के कारण उनका ही नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोई सदस्य सभापीठ को निर्देश नहीं दे सकता और न ही उस पर आरोप लगाए जा सकते है।
इस दौरान के सदन में उप नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने व्यवस्था का मामला उठाया जिसे शोरगुल के कारण नहीं सुना जा सका। सदस्यों के हंगामा जारी रखने पर सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।