पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए विपक्ष के नेताओं, कुछ न्यायाधीशों और पत्रकारों की जासूसी कराए जाने के मामले की जांच की मांग की है। कुमार ने सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि टेलीफोन टैपिंग मामले की बिल्कुल जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल तकनीक का दुरुपयोग कर कौन क्या कर लेगा यह कोई नहीं जानता, इसलिए जरूरी है कि इन सब चीजों पर पूरे तौर पर एक एक बात को देख करके उचित कदम उठाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी समझ में इस मामले की जांच होनी चाहिए लेकिन क्या हुआ है या नहीं हुआ है यह उन्हें नहीं पता। संसद में कुछ लोग बोल रहे हैं और समाचार पत्रों में भी इस मामले में खबरें आ रही हैं उसी को वह देख रहे हैं । उन्होंने कहा कि यदि कोई किसी के फोन को अपने ढंग से सुन रहा है या कुछ कर रहा हैं या कब्जा कर रहा है तो यह पता लगना चाहिए ।
कुमार ने कहा कि जब लोग इतनी दिनों से बोल रहे हैं तो उसके बारे में उनकी समझ से निश्चित रूप से जांच कर लेनी चाहिए ताकि जो भी सच्चाई है वह सामने आ जाना चाहिए ताकि कभी भी कोई किसी को परेशान करने के लिए इस तरह का काम नहीं कर सके । इस तरह का काम नहीं होना चाहिए।