गुवाहाटी। असम एवं मिजोरम के मध्य पिछले सप्ताह हुई हिंसक झड़प के पश्चात् से विवाद जारी है। असम और मिजोरम के बीच बीते हफ्ते हुई हिंसक झड़प के बाद से तनाव जारी है। असमके कई सीमावर्ती इलाकों में मिजोरम के लिए ब्लॉकेड लगा दिए गए हैं। असम के कई सीमावर्ती क्षेत्रों में मिजोरम के लिए ब्लॉकेड लगा दिए गए हैं। परिणाम ये हो रहा है कि मिजोरम में आवश्यक सामान की कमी पड़ने लगी है। सभी को पेट्रोल-डीजल भी एक लिमिट में ही दिया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, असम के ब्लॉकेड लगाए जाने के बाद मिजोरम में परेशानियां बढ़ गईं हैं। सभी पेट्रोल पंप पर राशनिंग शुरू कर दी गई है और कौन कितना पेट्रोल-डीजल भरवाएगा, इसकी लिमिट तय कर दी गई है। इतना ही नहीं, पेट्रोल-डीजल के लिए जिले के डिप्टी कमिश्नर की अनुमति भी लेनी होगी। मिजोरम में दोपहिया गाड़ियों को अभी हर दिन 3 लीटर पेट्रोल या डीजल ही दिया जा रहा है। इसके अलावा मीडियम प्राइवेट गाड़ियों के लिए 5 लीटर की लिमिट तय कर दी गई है। मिजोरम के मुख्य सचिव ने आज तक से बातचीत में बताया है कि राज्य में जरूरी सामानों की कमी होने लगी है।
वहीं इसके अतिरिक्त मीडियम निजी वाहनों के लिए 5 लीटर की लिमिट निर्धारित कर दी गई है। मिजोरम के मुख्य सचिव ने चर्चा में बताया है कि प्रदेश में आवश्यक सामानों की कमी होने लगी है। इस बीच इस ब्लॉकेड को लेकर मिजोरम के सीएम जोरामथंगा ने केंद्र सरकार को भी खबर दे दी है। जोरामथंगा ने बताया था, 'असम ने मिजोरम के विरुद्ध नाकेबंदी कर दी है। केंद्र सरकार को तत्काल इसमें दखल देना चाहिए। ये दूसरा बर्लिन नहीं बनना चाहिए।' इस पूरे तनाव के मध्य असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया है कि इस विवाद को चर्चा से ही सुलझाया जा सकता है।