नई दिल्ली। भारत ने कोविड वैक्सीन के बौद्धिक संपदा अधिकार में अमेरिका के छूट देने की घोषणा का स्वागत किया है और इससे मानवता के कल्याण की दिशा में बड़ा कदम बताया है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि अमेरिका की इस पहल का भारत स्वागत करता है।
बयान में कहा गया है कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि सर्वसम्मति आधारित दृष्टिकोण के साथ, विश्व व्यापार संगठन में भारत के इस प्रस्ताव को जल्दी से मंजूरी दी जा सकती है। बौद्धिक संपदा अधिकार में यह छूट वैक्सीन के निर्माण के तेजी लाने और कोविड 19 के सस्ते टीकों और आवश्यक चिकित्सा उत्पादों की समय पर उपलब्धता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
वैश्विक स्वास्थ्य संकट और कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने की आवश्यकता के मद्देनजर, भारत और दक्षिण अफ्रीका ने डब्ल्यूटीओ में प्रस्तावित दो अक्टूबर, 2020 को टीआरआईपीएस-ट्रिप्स पर समझौते के मानदंडों में छूट, टीकों और दवाओं की त्वरित और सस्ती पहुंच सुनिश्चित करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया है।
इसका विकासशील देशों के लिए समेत भारत और अन्य समान विचारधारा वाले 120 से अधिक देशों का समर्थन प्राप्त हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन के साथ 26 अप्रैल 2021 को अपने हालिया फोन कॉल के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें विश्व व्यापार संगठन में भारत की इस पहल के बारे में बताया जिसका उद्देश्य मानवता के लाभ के लिए था।