नई दिल्ली। भारत ने चीन से आज आग्रह किया कि वह कोविड महामारी से मुकाबले के लिए खरीदे जा रहे सामान की त्वरित आपूर्ति के लिए परिवहन एवं अन्य सहूलियतें मुहैया कराये जिस पर चीन ने आश्वासन दिया कि वह भारत को त्वरित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पेश आने वाली किसी भी दिक्कत को तत्काल दूर करेगा।
चीन के विदेश मंत्री एवं स्टेट काउंसलर वांग यी ने विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर से टेलीफोन कॉल करके भारत में कोविड महामारी की स्थिति की जानकारी प्राप्त की और भारत के प्रति चीन की एकजुटता एवं सहानुभूति व्यक्त करते हुए अपने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
विदेश मंत्री ने अपने चीनी समकक्ष को उनकी उदार भावनाओं के लिए देशवासियों की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया और उन्हें कोविड महामारी की दूसरी लहर से कारण उत्पन्न स्थिति से अवगत कराया। डॉ. जयशंकर ने कहा कि सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए जो भी जरूरी होगा, वह करने के लिए प्रतिबद्ध है।
विदेश मंत्री ने कहा कि भारतीय कंपनियां चीन के आपूर्तिकर्ताओं से कच्चा माल एवं अन्य आवश्यक उत्पाद वाणिज्यिक आधार पर खरीदने की प्रक्रिया में है। पर ये प्रक्रिया तभी संभव है जब विभिन्न परिवहन कॉरीडोर एवं कार्गो उड़ानें खुलीं हों तथा लॉजिस्टिक सहयोग भी तुरंत उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी जैसी गंभीरतम चुनौती ने सभी देशों को प्रभावित किया है और इससे निपटने के लिए गंभीरतम अंतरराष्ट्रीय प्रयास की जरूरत है।
चीनी विदेश मंत्री ने कोविड महामारी को मानवता का समान दुश्मन बताया और इससे निपटने के लिए एक समन्वित प्रयास की जरूरत पर सहमति जतायी। वांग यी ने कहा कि चीन ने भारत सरकार के प्रयासों का समर्थन किया है और वे चीनी कंपनियों को इस बात के लिए प्रोत्साहित करेंगे कि भारतीय कंपनियों को आवश्यक सामग्री की आपूर्ति अविलंब की जाये। हवाई अड्डे, सीमाशुल्क, एवं विमानन कंपनियों को सामान के सुचारु परिवहन के लिए निर्देश जारी किये जाएंगे। भारत से चार्टर्ड उड़ानों का स्वागत है और भारतीय पक्ष द्वारा जो भी समस्या उठायी जाएगी उसका तुरंत समाधान किया जाएगा। चीनी विदेश मंत्री ने अन्य किसी भी जरूरत के लिए सहायता की पेशकश दोहरायी।
दोनों मंत्रियों ने पूर्वी लद्दाख में टकराव के सभी बिन्दुओं पर सेनाओं के पीछे हटने संबंधी मुद्दों के बारे में भी बात की। विदेश मंत्री ने कहा कि इस वर्ष के आरंभ में शुरु हुई सेना पीछे हटाने की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीमा क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता की पूर्ण बहाली से हमारे द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति सुनिश्चित होगी। दोनों मंत्रियों ने इस विषय पर आधिकारिक स्तर पर बातचीत आगे जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। इस वार्तालाप में ब्रिक्स एवं आरआईसी की मंत्रिस्तरीय बैठकों के बारे में भी संक्षिप्त चर्चा हुई। भारत की अध्यक्षता में इन बैठकों का आयोजन किया जाएगा। श्री वांग यी ने इन बैठकों में शामिल होने की पुष्टि की।