नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अजमेर स्थित दरगाह ख्वाजा साहब की दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान के उस पत्र के जवाब में उनका आभार जताया है जिसमें उन्होंने दरगाह स्थित कायड़ विश्रामस्थली को अस्थाई कोरोना केयर सेंटर के रूप में इस्तेमाल की पेशकश की है।
नकवी ने मंगलवार को ही इस पत्र के जवाब में लिखा कि इस केंद्र से हजारों लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना महामारी के दौरान देश के प्रत्येक नागरिक, संस्था का नैतिक एवं मानवीय कर्त्तव्य है कि इस चुनौतीपूर्ण समय में लोगों सेहत- सलामती के कार्यों में भरपूर सहयोग दें। मुझे यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के तहत कार्य कर रही दरगाह कमेटी, दरगाह ख्वाजा साहब, अजमेर शरीफ, इस संकट की घड़ी में सहयोग करने के उद्देश्य से 150 बीघा में फैली कायड़ विश्रामस्थली को अस्थाई कोरोना केयर सेंटर के रूप में राज्य सरकार को इस्तेमाल के लिए देना चाहती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मानवीय कल्याण के इस कार्य में मैं पूर्ण रूप से दरगाह कमेटी के निर्णय पर सहमति एवं स्वीकृति देते हुए अनुरोध करूँगा कि तत्काल राज्य सरकार से संपर्क कर वहां ‘कोविड़ केयर सेंटर’ शुरू कराएं।’’
उन्होंने कहा कि ज्ञातव्य है कि देश के विभिन्न राज्यों में स्थित हज हॉउसों को अस्थाई कोरोना केयर सेंटर के लिए राज्य सरकारों को इस्तेमाल करने के लिए दिए जाने का फैसला लिया गया है। राज्य हज कमेटियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने राज्य में स्थित हज भवनों को अस्थाई ‘कोरोना केयर सेंटर’ के रूप में इस्तेमाल करने एवं कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लोगों की सेहत सलामती के लिए राज्य सरकारों / प्रशासन का पूरा सहयोग करें।
नकवी ने कहा, ‘‘आपसे (पठान से) भी मेरी गुजारिश है कि दरगाह कमेटी और इससे जुड़े लोग कोरोना से लड़ाई में राज्य सरकार और प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें।’’