बाहुबली से नेता बने मऊ के बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी को यूपी के बांदा जेल लाया जाने वाला है। इसे देखते हुए बांदा जेल को किले में तब्दील कर दिया गया है। इसके अलावा जेल में सुरक्षा ऑडिट भी किया गया। इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट डीजी कारागार आनंद कुमार को भेज दिया गया है। ऑडिट के दौरान तन्हाई बैरक की विशेष जांच की गई। क्योंकि मुख्तार अंसारी को यहीं रखा जाना है। ऑडिट रिपोर्ट के बाद बिल्डिंग के बाहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पीएसी को भी वहां पर मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं। जेल के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर और भी सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं।
बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी को अलग सेल में रखा जाएगा। क्योंकि वो जेल में बंद दूसरे कैदियों के लिए खतरा हो सकते हैं। ऑडिट में इस बात की हिदायत दी गई है कि एंट्री प्वाइंट पर जल्दी से जल्दी अपग्रेडेशन की जरूरत है। इतना ही नहीं अगर कोई कैदियों से मिलने आ रहा है तो उसकी आईडी की पूरी जांच की जाए। बांदा जेल के एंट्री गेट पर दो पुलिस आउटपोस्ट बनाए जा रहे हैं। जिससे कि अंसारी के आने पर उसकी निगरानी की जा सके। मुख्तार अंसारी फिलहाल पंजाब के रोपड़ जिले स्थित रूपनगर जेल में बंद है। 12 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्तार अंसारी की पंजाब कोर्ट में पेशी होगी।
जनवरी 2019 से पहले भी मुख्तार अंसारी बांदा जेल में ही बंद था। वहीं बाराबंकी से लाई गई मुख्तार अंसारी के लिए इस्तेमाल होने वाली एम्बुलेंस रोपड़ के एक ढाबे पे खड़ी मिली है। रविवार को ही बाराबंकी पुलिस इस मामले की जांच के लिए रोपड़ पहुंची है। एंबुलेंस के फर्जीवाड़े की जांच करने के लिए बाराबंकी पुलिस के पहुंचते ही रोपड़ और श्री आनंदपुर साहिब हाईवे के बीच खवासपुरा गांव के ढाबे के बाहर वीरान हालत में खड़ी मुख्तार अंसारी की लग्जरी एंबुलेंस को लावारिस हालत में खड़ा पाया गया।