नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने संसद और राज्यों के विधान मंडलों में महिलाओं में पर्याप्त आरक्षण देने का आव्हान करते हुए सोमवार को कहा कि उनके खिलाफ किसी भी तरह के भेदभाव और हिंसा के उन्मूलन का संकल्प लिया जाना चाहिए। नायडू ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर जारी एक लेख ने कहा कि संसद और राज्यों के विधानमंडलों में महिलाओं को पर्याप्त आरक्षण दिया जाना चाहिए। इससे उनके अनुभव का इस्तेमाल राष्ट्र निर्माण में किया जा सकेगा। उन्होंने कहा, ‘‘एक अन्य विषय जिसे रेखांकित करना चाहूंगा, वह है संसद और प्रांतीय विधान मंडलों में महिलाओं को पर्याप्त आरक्षण।
महिलाओं का प्रतिनिधित्व जितना अधिक होगा हमें उतने ही व्यापक दृष्टिकोण का लाभ प्राप्त हो सकेगा, जिससे राष्ट्र का चतुर्दिक व्यापक विकास हो सकेगा।’’ उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर संकल्प लें कि नारियों को सफलता की और ऊंची उड़ान भरने की आजदी देंगे, उन्हें सफल होने की हर आजादी देंगे। इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं को शिक्षित करें, सशक्त करें, प्रोत्साहित करें तथा संकल्प लें कि उनके विरुद्ध हर प्रकार की हिंसा, हर प्रकार के शोषण को समाप्त करेंगे। इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हम यह सुनिश्चित करें कि हमारे आसपास हर महिला को स्वर मिले, उसकी आवाज सुनी जाए, उसे नजरंदाज न किया जाय। इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर यह सुनिश्चित करें कि हमारे आसपास की हर महिला सुरक्षित महसूस करे न कि डरी सहमी रहे।’’