नई दिल्ली। भारत और मारीशस ने आपसी व्यापार और आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए ‘व्यापक आर्थिक सहयोग एवं भागीदारी समझौते’ पर हस्ताक्षर किये हैं।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को यहां बताया कि वाणिज्य सचिव अनूप वधावन और मारीशस के विदेश मामले, क्षेत्रीय एकीकरण एवं अंतरराष्ट्रीय व्यापार विभाग के सचिव हेमनदायोल दिल्लुम ने कल देर शाम पोर्ट लुईस में इस समझौते पर हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौत तथा विदेश मंत्री एस. जयशंकर मौजूद रहे।
भारत ने पहला ‘व्यापक आर्थिक सहयोग एवं भागीदारी समझौता’ पर दक्षिण अफ्रीका के साथ किया था। मारीशस के साथ किया गया यह एक सीमित समझौता है जिसमें वस्तु एवं सेवा व्यापार, उद्गम स्थल, व्यापार में तकनीकी बाधा, पादप मानक, विवाद निपटारा, तटस्थ व्यक्ति का आवागमन, दूरसंचार, वित्तीय सेवायें, उपभोक्ता प्रक्रिया और अन्य क्षेत्रों में सहयोग का शामिल किया गया है।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इस समझौते के तहत प्रक्रियागत प्रणाली तैयार की जाएगी जो दोनों देशों के बीच व्यापार को प्रोत्साहन देगी। भारत से मारीशस के लिए 310 वस्तुओं का निर्यात हो सकेगा जिसमें खाद्य पदार्थ भी शामिल हैं। मारीशस से भारतीय बाजार में 615 उत्पाद आ सकेंगे जिनमें सूखी मछली, विशेष चीनी, बिस्कुट, ताजे फल, थैले, परिधान तथा चिकित्सा उपकरण शामिल हैं।