नई दिल्ली। देश आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती माना रहा है। इस मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में पदयात्रा कर रही हैं। अपनी पदयात्रा के दौरान ममता ने मंच से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर कई सवाल दागे।
23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर बीजेपी ने पराक्रम दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया है। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने श्याम बाजार से लेकर रेड रोड तक पदयात्रा निकाली। ममता ने इसके साथ ही सुभाष चंद्र बोस को देश का नायक का दर्जा दिए जाने की मांग कर डाली। ममता बनर्जी की रैली में टीएमसी कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में जनसैलाब उमड़ा।
ममता बनर्जी ने दिल्ली की जगह कोलकाता सहित देश के राज्य स्थानों में देश की राजधानी बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि केवल दिल्ली ही क्यों राजधानी होगा? कोलकाता भी देश की राजधानी हो। देश के चार स्थानों में देश की राजधानी रहे। दक्षिण भारत कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल या अन्य राज्य, उत्तर में पंजाब, हरियाणा, पूर्व में बिहार, ओडिशा, बंगाल और बिहार में हो राजधानी, उत्तर पूर्व के राज्यों में राजधानी हो। केवल दिल्ली तक ही सीमाबद्ध क्यों रहे? दिल्ली में सभी आउडसाइडर हैं। संसद का सत्र देश के सभी भागों में हो। केवल एक स्थान पर संसद का सत्र क्यों होगा? देश के अन्य राज्यों में पारी-पारी से संसद का सत्र क्यों नहीं होगा? कोलकाता में क्यों संसद का सत्र नहीं होगा?
उन्होंने कहा कि बंगाल का स्वतंत्रता संग्राम में काफी योगदान रहा है। बग भंग आंदोलन की शुरुआत बंगाल से हुई है। भारतीय पुनर्जागरण का शुरुआत बंगाल से हुई थी। बंगाल कभी भी किसी के सामने सिर नहीं झुकाया था और कभी भी सिर नहीं झुकाएगा। उन्होंने कहा कि वन नेशन, वन पार्टी और वन वोट की बात कही जा रही है। इतिहास की गलत व्याख्या की जा रही है। इतिहास को झुठलाया जा रहा है।