नई दिल्ली। भारत और वियतनाम ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आज जल सर्वेक्षण के क्षेत्र में सहयोग बढाने से संबंधित व्यवस्था लागू करने वाले दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वियतनाम के रक्षा मंत्री जनरल शियान लिच ने आज वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से द्विपक्षीय वार्ता की जिसके बाद इन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये गये। यह समझौता दोनों देशों के जल सर्वेक्षण कार्यालयों के बीच हुआ है।
इस व्यवस्था से दोनों देश जल सर्वेक्षण से संबंधित आंकडों को साझा करेंगे नौवहन चार्ट बनाने में एकदूसरे का सहयोग करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने वियतनामी समकक्ष से आग्रह किया कि दोनों देशों के रक्षा उद्योगों को निकट सहयोग के लिए संस्थागत फ्रेमवर्क समझौते को अंतिम रूप देना चाहिए। ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मजबूत और आत्मनिर्भर भारत वियतनाम जैसे मित्र देश की क्षमता निर्माण में मदद करेगा।
बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने रक्षा सहयोग के लिए प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि यह उनके बीच समग्र सामरिक साझेदारी का मजबूत स्तंभ है। उन्होंने विभिन्न मौजूदा परियोजनाओं तथा भविष्य के द्विपक्षीय रक्षा समझौतों के संबंध में चर्चा की। उन्होंने इस बात पर भी संतोष जताया कि कोविड महामारी के बावजूद दोनों देशों के सशस्त्र बलों में सकारात्मक तालमेल बना हुआ है।
रक्षा मंत्रियों ने रक्षा उद्योग क्षमता निर्माण , प्रशिक्षण और संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के स्तर पर सहयोग बढाने पर भी बात की। वियतनाम के रक्षा मंत्री ने सिंह को वियतनाम द्वारा वर्चुअल माध्यम से आगामी 10 दिसम्बर को आयोजित की जाने वाली एडीएमएम प्लस की बैठक में हिस्सा लेने का भी निमंत्रण दिया।