नई दिल्ली। केंद्रीय विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर.के. सिंह ने रविवार को कहा कि सरकार खाना पकाने के लिए बड़े पैमाने पर बिजली के उपयोग का लक्ष्य बना रही है जिससे न केवल गरीब लोगों को उनकी दिन-प्रतिदिन की आवश्यकता के मद्देनजर सस्ता विकल्प मिलेगा वहीं देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक कदम भी होगा। सिंह नई दिल्ली में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बिहार में राष्ट्रीय ताप उर्जा निगम लिमिटेड( एनटीपीसीएल) नबीनगर में एक सर्विस बिंिल्डग तथा एनटीपीसी बरौनी में कर्मचारियों की सुविधा के लिए निर्मित शांिपग काम्पलेक्स और कैंटीन का उदघाटन कर रहे थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिजली देश का भविष्य है और इसका अधिकांश बुनियादी ढांचा बिजली से संचालित होगा। सरकार ने मंत्रालय के स्तर पर उर्जा फाउंडेशन बनाने की परिकल्पना की है, जिसमें खाना पकाने के लिए बड़े पैमाने पर बिजली का उपयोग किया जायेगा। यह देश की अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने और हमें आयात से आजादी दिलाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम समाज के गरीब लोगों को खाना पकाने के सस्ते माध्यम तक पहुंच प्रदान करने में सहायक होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी पीएम आवास योजना और हर घर बिजली जैसी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आयी है। सिंह ने कि एनटीपीसी का विस्तार जारी रहेगा और यह व्यावसायिकता, दक्षता और आदर्श नियोक्ता, व्यावसायिकता और कार्यकुशलता में मानक स्थापित करता रहेगा। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए एनटीपीसी द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि डिस्कॉम के लिए निर्धारित शुल्क को स्थगित कर दिया गया था और लॉकडाउन की अवधि में देश के सबसे बड़े बिजली उत्पादक राज्यों द्वारा लागत में छूट भी दी गई थी। इस मौके पर एनटीपीसी के अध्यक्ष सह प्रबंधक निदेशक गुरदीप सिंह ने कहा, ‘‘ आर के सिंह के मार्गदर्शन में, एनटीपीसी बिजली आधारित खाना पकाने की दिशा में बदलाव के लिए हर संभव कदम उठा रहा है और हम देश भर में इसकी नकल करने के लिए आश्वस्त हैं।’
उन्होंने कहा, ‘‘ लॉकडाउन के दौरान एनटीपीसी ने कर्मचारियों और ठेका मजदूरों को भी भोजन, आश्रय और चिकित्सा सुविधाओं के साथ कंपनी के पेशेवर रूप से प्रबंधित प्रणाली के माध्यम से समय पर भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया था। हमने यह भी सुनिश्चित किया कि देश को लॉकडाउन के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति मिले। ’’
उन्होंने बताया कि एनटीपीसी के पास बिहार में निर्माणाधीन 3800 मेगावाट की परियोजना है और यह राज्य की प्रगति में योगदान देता रहेगा। उन्होंने कहा कि नई सुविधाओं और बुनियादी ढांचे के निर्माण का उद्देश्य एनटीपीसी के श्रमिकों और कर्मचारियों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करना है और बिहार में संयंत्र क्षेत्र के आसपास के लोगों के लिए जीवन स्तर में सुधार करना है।