नई दिल्ली। देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर लालकिले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी की सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम की तैनाती की गई थी। इस सिस्टम की मदद से छोटे से छोटे ड्रोन को 3 किलोमीटर की ड्रोन में दाखिल होते ही पहचाना जा सकता है। साथ ही एक से 1.25 किमी की रेंज में आते ही निष्क्रिय करके मार गिरा सकता है। इस एंटी ड्रोन सिस्टम को डीआरडीओ ने बनाया है।
किसने बनाया ये ड्रोन?
पीएम मोदी पर खतरे को भांपते हुए DRDO ने मेक इन इंडिया अभियान के तहत खास तरह की एंटी ड्रोन डिवाइस तैयार की है। इसका इस्तेमाल राष्ट्रीय खतरे के खिलाफ भी किया जा सकता है। इस डिवाइस की मदद से ड्रोन को निष्क्रिय करने के अलावा उसका कंट्रोल भी हासिल किया जा सकता है। ड्रोन जैसे हमलो के खिलाफ यह उपकरण खासा कारगर माना जा रहा है।
ये है इसकी खासियत?
- ये छोटे से छोटे ड्रोन को तीन किलोमीटर के दायरे में आने से रोकता है।
- जैमिंग के माध्यम से या लेजर-आधारित डायरेक्टेड एनर्जी वेपन से ड्रोन के इलेक्ट्रॉनिक्स को आने से रोकता है।
- लेजर हथियारों के वाट क्षमता के आधार पर तीन किलोमीटर तक के माइक्रो ड्रोन का पता लगा सकती है।
- ये एंटी ड्रोन एक से ढाई किलोमीटर के दायरे में लेजर की मदद से मार गिराने की क्षमता रखता है।
कोरोना के कारण फीका रहा कार्यक्रम
कोरोना काल में लाल किले की प्राचीर पर होने वाले मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह में सारे जरूरी एहतियात बरते। आमंत्रितों की संख्या घटाने के साथ स्कूली बच्चे भी इस बार कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिए। हर जगह सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। लोगों का मास्क पहनना अनिवार्य था।
दूर से ही किया सबने अभिवादन
लाल किले परिसर में मेहमानों की कुर्सियों के बीच करीब छह-छह फिट की दूरी बनाई गई थी। हर कुर्सी पर सैनिटाइजर की व्यवस्था रही। मेहमानों के लिए मास्क अनिवार्य किया गया था। इस बार नेताओं ने एक दूसरे से हाथ मिलाने की जगह दूर से ही हाथ जोड़कर एक दूसरे का अभिवादन किया।
जवानों को किया पहले क्वारंटाइन
सूत्रों ने बताया कि लाल किला परिसर की सुरक्षा में लगाए गए जवानों को पहले से क्वारंटाइन किया गया था। ताकि 15 अगस्त को तैनाती के समय तक वह पूरी तरह से स्वस्थ रहें।
पहली बार कतार में बैठे मंत्री
मेहमानों में वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री पहली कतार में बैठे थे। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव प्रमुख रूप से मौजूद रहे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी इस समारोह में पहुंचे थे।