जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी ड्रामे के खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि अब विधायकों को 'Forget and Forgive' के रास्ते पर चलना चाहिए। अशोक गहलोत ने लिखा कि कांग्रेस की लड़ाई तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में डेमोक्रेसी को बचाने की है, पिछले एक माह में कांग्रेस पार्टी में आपस में जो भी नाइत्तेफ़ाकी हुई है, उसे देश के हित में, प्रदेश के हित में, प्रदेशवासियों के हित में और लोकतंत्र के हित में हमें फॉरगेट एन्ड फॉरगिव, आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो की भावना के साथ डेमोक्रेसी को बचाने की लड़ाई में लगना है।
इसके अलावा गहलोत ने केंद्र और भाजपा पर उनकी सरकार गिराने के आरोप लगाए हैं। गहलोत ने ट्वीट किया कि कांग्रेस की लड़ाई तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकतंत्र को बचाने की है। पिछले एक माह में कांग्रेस पार्टी में आपस में जो भी मतभेद हुआ है, उसे देश के हित में, प्रदेश के हित में, प्रदेशवासियों के हित में और लोकतंत्र के हित में हमें भुलाना होगा और माफ करके आगे बढने की भावना के साथ लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में लगना है।
उधर पहले सचिन पायलट के समर्थन में गए विधायक विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि यह टेस्ट मैच था जो ड्रॉ हो चुका है। उन्होंने कहा, 'हम बागी नहीं हैं। हमने पार्टी के खिलाफ कुछ नहीं कहा था। मैंने मजाकिया तौर पर कहा था कि यह एक टेस्ट मैच है। अब मैच ड्रॉ हो चुका है और हम अब फिर पवेलियन में लौट आए हैं।